नौकरी करते समय नियमानुसार, हर कर्मचारी और कंपनी को पीएफ की राशि ईपीएफओ के पास जमा करानी होती है. हर महीने सैलरी से कटने वाली रकम ज्यादातर कर्मचारी रिटायर होने के बाद लेते हैं. लेकिन, नौकरी बदलते वक्त या पीएफ का पैसा ट्रांसफर कराते वक्त लोगों को नहीं पता होता कि उनके खाते में पैसा कितना है. नौकरी करते समय या उसके बाद अपने पीएफ की राशि जानना बहुत आसान है. इसके कई तरीके हैं. इनमें एक तरीका है मिस कॉल. इसके लिए ईपीएफओ ने नंबर जारी किया हुआ है. इसके अलावा ऑनलाइन या एसएमएस से भी पीएफ राशि का पता लगाया जा सकता है.

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ऐसे चेक करें ईपीएफ बैलेंस और पासबुक ऑनलाइन

1- ईपीएफओ ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर ईपीएफ बैलेंस चेक करने की सुविधा दी है. ई पासबुक का लिंक आपको वेबसाइट के ऊपरी दाएं हिस्से में मिल जाएगा.

2- इसके बाद व्यक्ति को यूएएन नंबर और उसका पासवर्ड डालना होगा.

3- वेबसाइट पर यूएएन नंबर और पासवर्ड डालने के बाद आपको व्यू पासबुक बटन पर क्लिक करना होगा और वहां आपको बैलेंस पता चल जाएगा.

ऐप से कर सकते हैं बैलेंस चेक

इसके अलावा पीएफ बैलेंस का पता ईपीएफओ की ऐप से भी लगा सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले मेंबर पर क्लिक करें और उसके बाद यूएएन नंबर और पासवर्ड डालें.

मिस कॉल से पता करें पीएफ बैलेंस

जिसे अपना पीएफ बैलेंस के बारे में जानना है तो वह एक मिस कॉल कर के भी पता कर सकता है. ईपीएफओ ने बताया है कि रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से  011-22901406 पर मिस कॉल करनी होगी. इसके बाद मैसेज के जरिए पता चल जाएगा कि आपके अकाउंट में कितना पीएफ का बैलेंस है.

मिस्‍ड कॉल के तुरंत बाद ही एक मैसेज भी आपको मिलता है. यह मैसेज AM-EPFOHO की ओर से आता है. EPFO के द्वारा यह मैसेज भेजा जाता है. इस मैसेज में आपके अकाउंट की सारी जानकारी रहती है साथ ही कुछ और डिटेल जैसे कि: मेंबर आइडी, पीएफ नम्‍बर, नाम, जन्‍मतिथि, ईपीएफ बैलेंस, अंतिम योगदान.

अगर आपकी कंपनी कोई प्राइवेट ट्रस्‍ट है तो आपको बैलेंस डिटेल नहीं मिलेगा. आपको अपनी कंपनी से इसके लिए संपर्क करना होगा. 

मिस्‍ड कॉल क्यों पसंद है?

मिस्‍ड कॉल की विधि सबको इसलिए पसंद है क्‍योंकि ईपीएफ बैलेंस जानने कि यह सबसे अच्‍छी विधि है. यह किसी मोबाइल एप और एसएमएस सर्विस से कहीं बेहतर है. इसके लिए किसी स्‍मार्ट फोन की भी जरुरत नहीं है. किसी भी फोन से आप मिस कॉल दे सकते हैं और न ही किसी एप की आवश्‍यकता है. मिस कॉल करना मैसेज करने से ज्‍यादा सरल है. इसके लिए आपको पैसे भी देने की जरुरत नहीं होती. 

जमा होती है तय राशि

पीएफ में पैसा जमा कराने के लिए एक राशि तय है. कर्मचारी और कंपनी को हर महीने बैसिक सैलरी और डीए (यदि है तो) का 12 फीसदी देना होता है. 12 फीसदी का 8.33% राशि ईपीएफ किटी में जाती है. वहीं, 3.67 फीसदी हिस्सा ईपीएफ में जमा होता है.