क्रेडिट कार्ड पर बढ़ती निर्भरता इंसान की जरूरतों के साथ खर्चों को भी बढ़ा रही है. क्रेडिट कार्ड बेशक आपको बिना किसी ब्याज के एक सीमित समय के लिए पैसे लोन पर देता है. लेकिन इस बात का ध्यान रखना भी जरूरी है कि बैंक अगर आपको इतना अमाउंट इतने समय के लिए इंटरेस्ट फ्री रेट पर देते हैं तो बदले में, लेट पेमेंट पर आपसे अच्छा-खासा ब्याज वसूला जाता है. इसलिए बेहद जरूरी है कि नए खर्चों में जुड़ने से पहले या फिर क्रेडिट कार्ड को अपने वॉलेट में जोड़ने से पहले आप उससे जुड़ी खास बातें भी जान लें. ताकि अगर कल आप पेमेंट करने से चूक जाते हैं तो आपको बड़ी परेशानी का सामना ना करना पड़े.

1. EMI के द्वारा 

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कई बार जरूरत से ज्यादा खर्च कर देने पर हो सकता है कि आपको री-पेमेंट में दिक्कत आए. या फिर आप समय पर पेमेंट ना कर पाए हों. ध्यान रखें ऐसे में बैंक आपसे मोटा ब्याज वसूलते हैं. जिसका मतलब हुआ, कि अब आपको जो री-पेमेंट करना होगी वो कई गुना ज्यादा होगी. ऐसे में आप सारा पेमेंट अगर एक बार करने में असमर्थ हैं, तो आप इनकी EMI बनवा सकते हैं. इसके द्वारा आप इस पूरे अमाउंट को हर महीने कुछ छोटी किश्तों में भर सकते हैं. ये किश्तों का अमाउंट आप तय कर सकते हैं. अपने सहूलियत से छोटी किश्तें बनवाकर आप सारा अमाउंट चुका सकते हैं.

2. बैलेंस ट्रांसफर

अगर आपको लगता है कि ब्याज के बाद री पेमेंट का अमाउंट काफी ज्यादा है, ऐसे में आप इस राशि को उस बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवा सकते हैं जहां तुलनात्मक रूप से थोड़ा कम ब्याज दर ली जा रही हो. ऐसा करने पर आपको कई रिवार्ड्स भी मिल जाते हैं. इससे आपको काफी फायदा हो सकता है. इसलिए आप किसी ऐसे बैंक का क्रेडिट कार्ड भी ले सकते हैं जिसकी रेट कम हो.

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3.पर्सनल लोन ले सकते हैं

अगर आपको लगता है कि क्रेडिट कार्ड का बिल नहीं भर पा रहे हैं, तो आप पर्सनल लोन ले सकते हैं. इसमें आपको ये फायदा होता है कि पर्सनल लोन में ब्याज की दरें क्रेडिट कार्ड से काफी कम होती हैं. जहां आपको क्रेडिट कार्ड पर सालाना 35 प्रतिशत से 40 प्रतिशत का ब्याज देना पड़ता है, वहीं पर्सनल लोन आपको 11-12 प्रतिशत में ही मिल जाता है.

ध्यान रखें

ऐसी किसी भी परिस्तिथि से बचने के लिए आपको हमेशा ऑटो पे जैसे ऑप्शन ऑन रखने चाहिए. ऐसा करने से आप री-पेमेंट से चूकेंगे नहीं. हमेशा उतना ही अमाउंट उपयोग करें जो आप दोबारा समय से pay कर सकें. क्रेडिट कार्ड का उपयोग करते समय हम कई बार ये भूल जाते हैं कि इसे हमें समय रहते पे भी करना होगा.