अगले वित्त वर्ष 2023-24 में मंथली जीएसटी कलेक्शन (Monthly GST Collection) औसतन 1.50 लाख करोड़ रुपये के आसपास रहने की उम्मीद है. केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC- Central Board of Excise and Customs) के प्रमुख विवेक जौहरी ने गुरुवार को ये बात कही. विवेक जौहरी ने न्यूज एजेंसी के साथ बातचीत करते हुए कहा कि टैक्स चोरी (Tax Evasion) रोकने और जीएसटी के दायरे में नए बिजनेस को लाने की ठोस कोशिशों से टैक्स कलेक्शन (Tax Collection) का ये नया ‘सामान्य’ स्तर होगा.

कैसे बढ़ेगा जीएसटी कलेक्शन

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विवेक जौहरी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा को दिए इंटरव्यू में कहा कि आम बजट 2023-24 में दिए गए जीएसटी और कस्टम रेवेन्यू कलेक्शन के अनुमान वास्तविक हैं और मौजूदा कीमतों पर जीडीपी बढ़ोतरी और इंपोर्ट के रुझानों पर आधारित है. उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष के लिए तय इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन के टारगेट को हासिल कर लिया जाएगा. जौहरी ने कहा कि सीबीआईसी ने सख्त ऑडिट और टैक्स रिटर्न की जांच, फर्जी बिलिंग और इनपुट टैक्स क्रेडिट दावों के खिलाफ प्रवर्तन कार्रवाई के जरिए जीएसटी कलेक्शन बढ़ाने की रणनीति तैयार की है.

दो गुना से भी ज्यादा हुई टैक्सपेयर्स की संख्या

CBIC प्रमुख ने कहा, ‘‘हम टैक्सपेयर्स का आधार बढ़ाने पर ध्यान देंगे. टैक्सपेयर के आधार में काफी अच्छी बढ़ोतरी रही है. हमने जीएसटी शुरू होने के समय से टैक्सपेयर्स की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा कर दी है. फिर भी हमें लगता है कि कुछ ऐसे सेक्टर हैं, जिनमें टैक्सपेयर्स की संख्या बढ़ने की बहुत ज्यादा क्षमता है. इसलिए मुझे लगता है कि हम टॉप लेवल तक नहीं पहुंचे हैं और राजस्व बढ़ाने की गुंजाइश है.’’

जीएसटी राजस्व में बढ़ोतरी की और गुंजाइश

चालू वित्त वर्ष में मंथली जीएसटी कलेक्शन औसतन 1.45 लाख करोड़ रुपये के आसपास रहने की संभावना है. ये पूछने पर कि क्या अगले वित्त वर्ष में 1.50 लाख करोड़ रुपये का मासिक जीएसटी संग्रह आसानी से हासिल हो जाएगा, उन्होंने कहा, ‘‘हां, मुझे इसपर भरोसा है. जीएसटी राजस्व में बढ़ोतरी की और गुंजाइश है.’’

पीटीआई इनपुट्स के साथ