Life Certificate: पेंशनर्स के लिए केंद्र सरकार की पहल, लॉन्च की Face Recognition तकनीक
Life Certificate Submission: सरकार ने पेंशन होल्डरों के लिए ‘लाइफ सर्टिफिकेट' (Life Certificate) के एक प्रमाण के रूप में चेहरा पहचानने वाली ‘स्पेसिफिक’ तकनीक 'face recognition system' को पेश किया है.
Life Certificate: केंद्र सरकार ने पेंशनर्स के लिए ‘लाइफ सर्टिफिकेट’ के प्रूफ के तौर पर फेस रिकग्निशन वाली ‘स्पेसिफिक’ तकनीक को सोमवार यानी की 30 नवंबर को जारी किया है. फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी (Face Recognition) चेहरा पहचानने वाली एक खास तकनीक है. कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने इस टेक्नोलॉजी को लॉन्च करते हुए कहा कि, 'इससे रिटायर्ड और बुजुर्ग पेंशनर्स को काफी सहूलियत होगी. चेहरा पहचानने वाली इस टेक्नोलॉजी की मदद से पेंशनर्स के जीवित होने की पुष्टि की जा सकेगी.
Retired और बुजुर्ग पेंशनर्स को होगी सहूलियत
दरअसल, सभी पेंशनर्स के लिए जरूरी होता है कि उन्हें साल के एंड में अपना लाइफ सर्टिफिकेट (Life Certificate) सबमिट करना होता है. ये सर्टिफिकेट प्रूफ के तौर पर होता है, जिसके आधार पर ही Retired और बुजुर्ग पेंशनर्स की पेंशन आगे जारी रखी जाती है. उन्होंने एक ट्वीट कर कहा कि 'यूनीक़ 'face recognition technology' लॉन्च किया, जिससे देश में करोड़ों पेंशनधारकों को आसानी से एक मोबाइल ऐप के जरिए लाइफ सर्टिफिकेट (Life Certificate) सब्मिट करने में मदद मिलेगी.'
सिंह ने कहा, ‘केंद्र सरकार पेंशनर्स की जरूरतों को लेकर संवेदनशील रही है और उनकी जिंदगी को आसान बनाने की कोशिश करती रही है. साल 2014 में सत्ता में आने के बाद सरकार ने पेंशनर्स के लिए डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट की सुविधा शुरू की थी. अब चेहरा पहचानने वाली इस टेक्नोलॉजी से उन्हें और भी मदद मिलेगी.’
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लाखों पेंशनर्स को मिलेगा फायदा
उन्होंने आगे कहा कि लाइफ सर्टिफिकेट (Life Certificate) देने के लिए चेहरा पहचानने वाली इस टेक्नोलॉजी की शुरुआत एक ऐतिहासिक और दूरगामी सुधार है. इससे न केवल केंद्र सरकार (Central Government) के 68 लाख पेंशनर्स को बल्कि EPFO और राज्य सरकारों से पेंशन पाने वाले लोगों को भी फायदा होगा. कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय की तरफ से जारी बयान के अनुसार, इस मौके पर राज्यमंत्री ने इस तकनीक को सामने लाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स एंव सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ ही विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) को धन्यवाद दिया है.