April Fool's Day 2022: दुनियाभर में 1 अप्रैल को April Fool's Day मनाया जाता है. आज के दिन एक दूसरे को हसीं मजाक में मूर्ख बनाने की कोशिश की जाती है. हमारी जिंदगी में कई बार ऐसे मौके आते हैं, जब हम किसी चीज से अप्रैल फूल बनते हैं. ऐसी गलतियां अक्सर फाइनेंस के मामले में भी देखने को मिलती है. सही दिशा में फाइनेंशियल प्लानिंग न होने पर आप April Fool बन सकते हैं. आज हम आपको ऐसी ही 10 फाइनेंशियल मिस्टेक्स को सुधारने की सलाह दे रहे हैं. ऐसा करके आप अपनी फाइनेंशियल स्टेबिलिटी को मजबूत कर सकते हैं और भविष्य में अप्रैल फूल बनने से बच सकते हैं.

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1. सेविंग अकाउंट से ज्यादा रिटर्न की उम्मीद

कोविड-19 के बाद से बैंकों की तरफ से सस्ता लोन मिल रहा है. लोगों को राहत देते हुए लोन के ब्याज को कम किया गया था. लेकिन, आपकी सेविंग्स पर भी इस दौरान कैंची चलती गई. सेविंग्स अकाउंट के डिपॉजिट पर भी रिटर्न कम होता गया. ऐसे में आप अगर सेविंग्स अकाउंट में बचत करके वहां से ज्यादा रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं तो आप फूल बन रहे हैं. पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और फाइनेंशियल प्लानर पंकज मठपाल के मुताबिक, आप ज्यादा रिटर्न के लिए इक्विटी या म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं.

2. जरूरत से ज्यादा इंश्योरेंस लेना

आमतौर पर लोग टैक्स से बचने के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी में निवेश करते हैं. लेकिन, गलती यही है कि इंश्योरेंस पॉलिसी कभी भी निवेश नहीं होता. अगर अपनी हेल्थ की सुरक्षा के लिए इसे खरीदते हैं. इसलिए ये निवेश नहीं जरूरत है. जरूरत से ज्यादा पॉलिसी का प्रीमियम भरने की गलती न करें. निवेश के लिए दूसरे प्रोडक्ट्स का चुनाव करना चाहिए.

3. निवेश के लिए बड़े रकम का इंतजार

अक्सर लोग सोचते हैं कि इकट्ठा पैसा आएगा तो निवेश की शुरुआत करेंगे. लेकिन, वित्तीय अनुशासन नहीं है. पंकज मठपाल कहते हैं कि अगर आप निवेश की शुरुआत बड़ी रकम से करने की सोच रहे हैं तो गलती कर रहे हैं. आप छोटी रकम से शुरुआत करें और धीरे-धीरे अपने कॉर्पस को बढ़ाएं.

4. पूरा बिल न चुकाना गलत आदत

यहां भी आप 'अप्रैल फूल' बनते हैं. आमतौर पर ये क्रेडिट कार्ड होल्डर्स के साथ होता है. मिनिमम बिल पेमेंट करने की आदत बनाते हैं. लेकिन, ये एक बड़ी गलती है. दरअसल, मिनिमम अमाउंट तो पे हो जाता है. लेकिन, बकाया रकम पर लगने वाला ब्याज आपकी वित्तीय स्थिति को बिगाड़ सकता है. इसलिए कार्ड से उतनी ही खरीदारी करें जितना आप चुका सकते हैं या समय से बिल का भुगतान करें.

5. वक्त पर पेमेंट है जरूरी

वक्त पर किसी भी चीज की पेमेंट करना आपकी आदत में शुमार होना चाहिए. इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी रहती है. मोबाइल, बिजली बिल, गैस पेमेंट जैसे यूटिलिटी पेमेंट को समय पर करना जरूरी है. अगर समय पर भुगतान नहीं करते हैं तो समझ लें आपकी वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है. इसको सुधारने के लिए फिजूलखर्ची को रोकें.

6. EMI पर खरीदारी की आदत नहीं है अच्छी

ऑनलाइन शॉपिंग के दौर में EMI पर आसान किस्तों में कोई प्रोडक्ट खरीदना आम बात है. लेकिन, ये एक वित्तीय जाल की तरह है, जिसे समझना आसान नहीं. EMI ऑप्शन में आपको भले ही कुछ वक्त के लिए छोटी-छोटी किस्तों में पैसा भरना हो, लेकिन ब्याज के साथ आप उस प्रोडक्ट की रकम ज्यादा चुकाते हैं. ये एक तरह की वित्तीय गलती है. इससे आपके गोल्स अधूरे रह सकते हैं.

7. इमरजेंसी फंड का गलत इस्तेमाल

लोग अपनी जरूरतों को देखते हुए इमरजेंसी फंड बनाते हैं. लेकिन, उसका इस्तेमाल गलत जगह कर बैठते हैं. ऐसा करना समझदारी नहीं. कोरोना महामारी के दौर में लोगों को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा. इसलिए कम से कम 3 से 6 महीने के खर्च के बराबर पैसा इमरजेंसी फंड में जरूर रखें.

8. इंफ्लेशन रेट को समझें, इग्नोर न करें

कोरोना संकट के बाद ज्यादातर लोगों को इस समस्या से जूझना पड़ा कि उनकी इनकम कम हो गई और महंगाई तेजी से बढ़ती गई. अगर आप इन्फ्लेशन के रेट को अपने खर्चों और इन्वेस्टमेंट के साथ नहीं जोड़ते. ऐसे करने से आपकी वित्तीय गोल तो अधूरे रहेंगे ही, साथ ही आप फाइनेंशियल क्रासिस का भी शिकार हो सकते हैं. 

9. ज्यादा ब्याज पर लोन लेना

लोग अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए बैंकों से लोन लेते हैं. लेकिन, अक्सर जल्दबाजी लोग में बैंकों की तरफ से ऑफर ब्याज पर ही लोन लेने की हामी भर देते हैं. ये गलती है. एक्सपर्ट कहते हैं कि लोन इंट्रस्ट के लिए बैंकों से डील करनी चाहिए. इससे 1% तक लोन रेट कम होने की संभावना रहती है. ज्यादा ब्याज पर पैसा लेने से EMI का भुगतान भी ज्यादा रकम में होता है. अगर ज्यादा रेट पर लोन चल रहा है तो किसी दूसरे बैंक में लोन ट्रांसफर करा सकते हैं.

10. निवेश और प्लानिंग को टालने की आदत

आज से नया वित्त वर्ष शुरू हो गया है. अगर निवेश की प्लानिंग करनी है तो अभी से करें. इसे टालने की आदत न बनाएं. इनकम और टैक्स की देनदारी को देखते हुए निवेश और बचत शुरू करें. इससे आप निवेश पर शानदार रिटर्न भी हासिल कर सकते हैं. टैक्स छूट मिलेगी वो अलग.

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