7th pay commission latest news: केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (DA) पर नया अपडेट आया है. केंद्र सरकार की तरफ से जनवरी 2024 के लिए महंगाई भत्ता (DA Hike) बढ़ाकर 50 फीसदी हो चुका है. लेकिन, अब इसकी कैलकुलेशन बदल रही है. जुलाई 2024 से मिलने वाला महंगाई भत्ता शून्य (0) से कैलकुलेट होगा. लेकिन, इसके नंबर्स जनवरी से जून के बीच AICPI इंडेक्स के आधार पर तय होंगे. जनवरी AICPI का नंबर फरवरी में रिलीज कर दिया गया था. इसके मुताबिक, महंगाई भत्ते (Dearness allowance) में 1 फीसदी का उछाल आ चुका है. मतलब 51 फीसदी हो गया है. लेकिन, फरवरी AICPI इंडेक्स का नंबर अभी तक जारी नहीं हुआ है. ऐसे में सवाल ये कि क्या इसे शून्य करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है? 

शून्य से शुरू होगी कैलकुलेशन

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साल 2024 में केंद्रीय कर्मचारियों (Central government employees) के महंगाई भत्ते (DA) का गणित बदलने जा रहा है. दरअसल, 1 जनवरी से कर्मचारियों को 50 फीसदी DA मिल रहा है. नियम के मुताबिक, 50 फीसदी महंगाई भत्ता होने के बाद इसे बेसिक सैलरी में मर्ज करके शून्य से इसकी गणना शुरू होगी. लेकिन, लेबर ब्यूरो की तरफ से अभी तक इस पर कोई स्पष्टता नहीं दी गई है. मतलब अभी महंगाई भत्ते की कैलकुलेशन 50 फीसदी से आगे ही चलेगी. लेकिन, शून्य कब किया जाएगा?

बेसिक सैलरी में मर्ज होगा 50% DA

सरकार ने साल 2016 में 7वां वेतन आयोग लागू करते वक्त महंगाई भत्ते (DA) को शून्य कर दिया था. नियमों के मुताबिक, महंगाई भत्ता जैसे ही 50 फीसदी तक पहुंचेगा, इसे शून्य कर दिया जाएगा और 50 फीसदी के अनुसार जो पैसा भत्ते के रूप में कर्मचारियों को मिल रहा होगा, उसे बेसिक सैलरी यानि न्यूनतम सैलरी में जोड़ (da merger basic salary) दिया जाएगा. मान लीजिए किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18000 रुपए है तो उसे 50 फीसदी DA का 9000 रुपए मिलेगा. लेकिन, 50 फीसदी DA होने पर इसे बेसिक सैलरी में जोड़कर फिर से महंगाई भत्ता शून्य कर दिया जाएगा. मतलब बेसिक सैलरी का रिविजन होकर 27,000 रुपए हो जाएगी. 

क्यों 0 होगा महंगाई भत्ता?

जब भी नया वेतनमान लागू किया जाता है कर्मचारियों को मिलने वाले DA को मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है. जानकारों का कहना है कि यूं तो नियम कर्मचारियों को मिलने वाले शत-प्रतिशत डीए को मूल वेतन में जोड़ना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता. वित्तीय स्थिति आड़े आती है. हालांकि, साल 2016 में ऐसा किया गया. उससे पहले साल 2006 में जब छठा वेतनमान आया तो उस समय पांचवें वेतनमान में दिसंबर तक 187 प्रतिशत DA मिल रहा था. पूरा डीए मूल वेतन में मर्ज दिया गया था. इसलिए छठे वेतनमान का गुणांक 1.87 था. तब नया वेतन बैंड और नया ग्रेड वेतन भी बनाया गया था. लेकिन, इसे देने में तीन साल लग थे. 

कब शून्य होगा महंगाई भत्ता?

एक्सपर्ट्स की मानें तो जुलाई में नया महंगाई भत्ता कैलकुलेट होगा. क्योंकि, सरकार साल में दो बार ही महंगाई भत्ता बढ़ाती है. जनवरी के लिए मार्च में मंजूरी दे दी गई है. अब अगला रिविजन जुलाई 2024 से लागू होना है. ऐसे में महंगाई भत्ते को तभी मर्ज किया जाएगा और शून्य से इसकी कैलकुलेशन होगी. मतलब जनवरी से जून 2024 के AICPI इंडेक्स से तय होगा कि महंगाई भत्ता 3 फीसदी, 4 फीसदी या कितना होगा. ये स्थिति साफ होते ही कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में 50 फीसदी महंगाई भत्ते को जोड़ दिया जाएगा.