स्टेट बैंक ऑफ इंडिया कर्मचारियों की संख्या घटाने के लिए फिर से Voluntary रिटायरमेंट स्कीम लेकर आ रहा है. इसमें मुख्य फोकस उन कर्मचारियों पर है जिनको तरक्की नहीं मिल रही. नई पॉलिसी में ऐसे कर्मचारियों पर फोकस है, जो लगातार 3 या उससे ज्यादा तरक्की के मौके खो चुके हैं. बैंक की पॉलिसी के मुताबिक ऐसे कर्मचारियों को सम्मानजनक रास्ता देकर रिटायर करने की स्कीम बनाई गई है, ताकि ऐसे लोग बैंक के बाहर कहीं और अपना नया करियर बनाना चाहें तो उनके लिए मौका बन सके.

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कौन आएगा दायरे में

इस स्कीम में वे कर्मचारी हिस्सा ले सकते हैं, जिनकी आयु 55 साल और नौकरी में 25 साल पूरे कर चुके हैं. जो लोग स्वास्थ्य कारणों या फिर चल फिर पाने में असहाय हैं, उनके लिए भी ये स्कीम खुली है. स्टेट बैंक में विलय हो चुके अन्य बैंकों के कर्मचारी भी इस स्कीम में हिस्सा ले सकेंगे. हालांकि CA, CFA, फॉरेक्स डीलर और रिस्क मैनेजमेंट (Risk management) सहित दूसरे मामलों में ऊंची काबिलियत रखने वाले कर्मचारियों के लिए ये स्कीम नहीं होगी. 

साथ ही जो स्टाफ कॉन्ट्रैक्ट पर हैं उनके लिए भी ये स्कीम नहीं है. जो लोग निलंबित हैं या जिनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई चल रही है वे भी इस स्कीम में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. ऐसे कर्मचारी जिनके खिलाफ CBI और ED जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं वो भी इस स्कीम से बाहर होंगे. जो कर्मचारी इस स्कीम में हिस्सा लेते हैं वे 2 साल के अंतर के बाद बैंक के साथ फिर से जुड़ सकते हैं.  

क्या होगा फायदा

जो कर्मचारी इस स्कीम में शामिल होंगे उन्हें बची हुई नौकरी की मियाद के 50 फीसदी के बराबर वेतन मिलेगा. लेकिन ये मौजूदा वेतन के 18 महीने की रकम से ज्‍यादा नहीं होगा. साथ ही वेतन पर नियमों के मुताबिक इनकम टैक्स की रकम भी कटेगी. 

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Voluntary रिटायरमेंट स्कीम लेने पर जिस जगह कर्मचारी सेटल हो रहा है उसका ट्रैवल अलाउंस (TA) और बैगेज अलाउंस भी नियमों के तहत मिलेगा. अगर कोई कर्मचारी बैंक की ओर से दिया गया फर्नीचर या दूसरी चीजें अपने साथ ले जाना चाहता है तो उसे बैंक के नियमों के तहत रकम अदा करनी होगी. हालांकि इसमें एक कड़ी शर्त यह भी है कि Voluntary रिटायरमेंट लेने वाले लोग सेटलमेंट में दी जा रही रकम को किसी भी तरह से चुनौती नहीं देंगे. हिस्सा लेने वाले लोगों के उत्तराधिकारी बैंक की इस स्कीम से जुड़ी किसी भी मामले को कानूनी तौर पर चुनौती नहीं दे सकेंगे.  

स्कीम में अर्जी कब   

स्कीम हर साल के 1 दिसंबर को खुलकर फरवरी महीने तक रहेगी. जो लोग अर्जी देकर वापस लेना चाहते हैं उनके लिए 15 दिन का मौका मिलेगा.  

VRS स्कीम से कितनी बचत 

बैंक का अनुमान है कि तय पैमाने के तहत 11565 अधिकारियों और 18625 जूनियर कर्मचारियों को स्कीम में शामिल होने का मौका मिलेगा. बैंक के मुताबिक अनुमानित सभी कर्मचारी इसमें हिस्सा लेते हैं तो बैंक के करीब 2171 करोड़ रुपए बचेंगे. जबकि 30% स्टाफ हिस्सा लेते हैं तो करीब 1663 करोड़ रु की बचत होगी. बचत की गणना के लिए जुलाई की सैलरी को आधार बनाया गया है.