अच्‍छी नौकरी के लिए स्किल्‍स होना बहुत जरूरी हैं, लेकिन इसके साथ ही कुछ और फैक्‍टर्स भी हैं, जिन पर ध्‍यान देने की जरूरत होती है. हमारे आसपास ऐसे तमाम लोग हैं, जिनमें टैलेंट अच्‍छा खासा है, लेकिन फिर भी वो इंटरव्‍यू में रिजेक्‍ट हो जाते हैं. इसकी वजह है कि जब किसी उम्‍मीदवार को सेलेक्‍ट किया जाता है तो उसके टैलेंट के साथ कई अन्‍य मापदंडों पर भी उसे परखा जाता है. यहां जानिए वो गलतियां जो आपसे हो सकता है कि अनजाने में होती हों, लेकिन उनके कारण आपको बार-बार रिजेक्‍शन बर्दाश्‍त करना पड़ता है. यहां जानिए उन गलतियों के बारे में और रिजेक्‍शन से बचने के तरीकों के बारे में.

कॉन्‍फिडेंस 

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कई बार व्‍यक्ति टैलेंटेड होने के बाद भी सेलेक्‍ट इसलिए नहीं हो पाता क्‍योंकि उसमें कॉन्फिडेंस की कमी होती है. घबराहट का असर चेहरे पर नजर आने लगता है जिसके कारण व्‍यक्ति बोलने में अटकता है, इंटरव्यू लेने वाले के प्रभाव में आ जाता है, कई बार जल्दबाजी में सवाल को समझें बिना ही जवाब दे देता है, घबराहट के कारण आंखें स्‍टेबल नहीं हो पातीं. इन चीजों को इंटरव्‍यू लेने वाला व्‍यक्ति परख लेता है और ऐसे में आपके सेलेक्‍ट होने के चांस कम हो जाते हैं.

रिज्‍यूम 

कई बार लोग एक बार रिज्‍यूम को बनाने के बाद उसे आगे फॉरवर्ड कर देते हैं, ज‍बकि इसे समय-समय पर एडिट करते रहने की जरूरत होती है. आपका रिज्‍यूम जॉब रोल के हिसाब से होना चाहिए और उसी के हिसाब से इसमें आपके स्किल्‍स दिखने चाहिए. अगर रिज्‍यूम जॉब प्रोफाइल से मैच नहीं खाता, तो भी आपका रिजेक्‍शन हो सकता है.

आउटफिट्स

कहा जाता है कि First Impression is the Last Impression. इस बात का खयाल आपको इंटरव्‍यू के दौरान भी रखना चाहिए. इंटरव्‍यू देने जा रहे हैं, तो आपके आउटफिट्स भी उसी के हिसाब से होने चाहिए. साथ ही आपके चेहरा नर्वस नहीं दिखना चाहिए.

अप्रोच

आप जिस फील्‍ड से जुड़े हैं, उस फील्‍ड के सीनियर्स, जूनियर्स वगैरह के साथ आपका कनेक्‍शन होना चाहिए. आपके सेलेक्‍शन में ये कनेक्‍शन भी अहम भूमिका निभाता है. कई बार किसी खास पद के लिए ऐसे उम्‍मीदवारों को प्राथमिकता दी जाती है.

रिजेक्‍शन से बचने के लिए क्‍या करें

  • अगर आपके पास स्किल्‍स हैं, तो खुद पर भरोसा रखें.  अपने कॉन्फिडेंस को बूस्‍ट करें. आप चाहें तो इसके लिए पर्सनैलिटी डेवलपमेंट कोर्स भी कर सकते हैं.
  • अपने रिज्‍यूम को आकर्षक बनाएं. इसे समय-समय पर एडिट करते रहें. रिज्‍यूम किसी जगह पर शॉर्टलिस्‍ट होने का पहला जरिया होता है.
  • जहां भी आपको रिजेक्‍शन मिला है, वहां हायरिंग मैनेजर को धन्यवाद देने और फीडबैक लेने के लिए ईमेल करें. इससे आप जान पाएंगे कि आपके रिजेक्‍शन की वजह क्‍या रही. ऐसे में आप उसके सुधार के लिए कोशिश कर सकते हैं.
  • आप जिस क्षेत्र से भी जुड़े हैं, वहां के जूनियर्स और सीनियर्स से अपने लिंक को बनाकर रखें. आप चाहे जॉब कहीं भी करें, लेकिन उनके टच में रहें.
  • इंटरव्यू से लौटने के बाद सभी सवालों की एक लिस्ट बनाएं और उन पर दिए अपने जवाबों को भी लिखें. खुद का आकलन करें.
  • रिजेक्शन से परेशान होने के बजाय ऐसी तीन उपलब्धियों और बेस्ट स्किल्स की लिस्ट बनाएं जब आपने अच्छा प्रदर्शन किया हो. इससे आपको मोटिवेशन मिलेगा. साथ ही आप आगे की रणनीति के लिए खुद को तैयार कर सकेंगे.

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