विप्रो (Wipro) अपना राजस्‍व बढ़ाने के लिए भारत सरकार और राज्‍य सरकार के अधीन सरकारी प्रतिष्‍ठानों के साथ कारोबार बढ़ाएगी. इसके लिए कंपनी अकाउंट मैनेजर और सेल्‍स प्रोफेशनल की भर्ती करेगी. अभी वह सरकारी प्रतिष्‍ठानों के साथ जो कारोबार कर रही है, उसका मार्जिन निगेटिव है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्‍या है योजना

अजिम प्रेमजी की कंपनी की योजना सरकारी प्रतिष्‍ठानों को IT सेवा प्रदान करने की है. इसके लिए 15 अकाउंट मैनेजर व सेल्‍स प्रोफेशनल रखे जाएंगे. इकोनॉमिक टाइम्‍स की खबर के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में वैश्विक सॉफ्टवेयर दिग्गज विप्रो ने साल-दर-साल आधार पर मुनाफे में 38 फीसदी वृद्धि दर्ज की है, जोकि 2,494 करोड़ रुपये रहा. 

सार्वजनिक क्षेत्र में बिजनेस बढ़ाएगी कंपनी

एक सूत्र ने बताया कि कंपनी कारोबार में बदलाव कर रही है और वह इसमें दोबारा निवेश शुरू करेगी. लेकिन वही प्रोजेक्‍ट चुने जाएंगे जो प्रॉफिट बढ़ाने वाले हैं. कंपनी दक्षिण और पश्चिम भारत के बैंक और अन्‍य सरकारी प्रतिष्‍ठानों के साथ बिजनेस बढ़ाने पर फोकस कर रही है. कंपनी के इंडिया स्‍टेट रन बिजनेस की बागडोर संजीव सिंह के पास है जबकि आनंद पद्भनाभन देश में उसके प्राइवेज एंटरप्राइज की जिम्‍मेदारी संभाल रहे हैं. 

मार्च तिमाही में राजस्‍व 9 फीसदी बढ़ा

आईटी दिग्गज ने तिमाही परिणाम जारी करते समय कहा था कि समीक्षाधीन तिमाही में उसके राजस्व में साल-दर-साल आधार पर 9 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जोकि 15,006 करोड़ रुपये रहा. कंपनी के आईटी सेवाओं के कारोबार से प्राप्त राजस्व में हालांकि समीक्षाधीन अवधि में साल-दर-साल आधार पर 2.8 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जोकि 14,565 करोड़ रुपये रहा.