देश पर लगातार चक्रवाती तूफानों का खतरा मंडरा रहा है. एक के बाद एक तूफानों ने भारत के दोनों तरफ तटीय इलाकों में खौफ फैलाया है. हाल ही में बुलबुल ने पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों को भारी नुकसान पहुंचाया. चक्रवात से करीब 15,000 करोड़ से 19,000 करोड़ रुपए के बीच नुकसान बताया जा रहा है. यही नहीं पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों टकराए इस तूफान ने 14 लोगों की जान भी ले ली.

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बुलबुल तूफान ने बंगाल, ओडिशा और बांग्लादेश के तटवर्तीय इलाको में कहर ढाया था, जिसमे किसानो को भारी नुकसान पहुंचा. अभी इसका कहर थमा ही था कि अब एक और तूफान तबाही मचाने के लिए तैयार खड़ा है. आशंका जताई जा रही है 'नाकड़ी' नाम का तूफान भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा है. दक्षिण चीन की तरफ से नाकड़ी तूफान के आने कि संभावना है और बताया जा रहा है कि यह तूफान बुलबुल से भी भयंकर और शक्तिशाली होगा. इस तूफान कि उत्पत्ति दक्षिण चीन के सागर से होगी.

फिलहाल, नाकड़ी धीरे धीरे विएतनाम की तरफ जा रहा है और वहां पर बारिश होने के बाद म्यांमार के दक्षिणी हिस्से में पहुंचे और उसी के बाद अनुमान है कि यह नाकड़ी तूफान बंगाल की खाड़ी में पहुंचेगा और उसके बाद क्या होगा फिलहाल ठीक तरह नहीं कहा जा सकता. पश्चिम बंगाल में इसके आने का पूरा अनुमान है और साथ-साथ आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भी इसका असर पड़ सकता है.

लगातार चार तूफानों ने घेरा

मौसम विभाग के मुताबिक, 'क्यार' के बाद 'महा', फिर 'बुलबुल' और अब नाकड़ी से देश को खतरा है. एक के बाद एक लगातार चार तूफानों ने देश के तटीय इलाकों तक अपनी पहुंच बनाई है. हालांकि, नाकड़ी अभी भारतीय तटों से काफी दूर है. लेकिन, ऐसा पहली बार हुआ है जब एक के बाद एक लगातार चार तूफानों ने भारत के तटीय इलाकों तक अपनी पहुंच बनाई है. 'महा' से पांच दिन पहले ही चक्रवाती तूफान 'क्यार' का असर खत्म हुआ था, फिर महा खत्म होने से पहले ही बुलबुल ने घेर लिया और अभी बुलबुल का थमा नहीं है कि नाकड़ी आने को तैयार खड़ा है.

मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, पिछले 11 महीने में 8 तूफानों ने समुद्री तट के आसपास हलचल मचाई है. फिलहाल, चक्रवाती तूफान बुलबुल कमजोर पड़ चुका है और अब बांग्लादेश की तरफ चला गया है.