Weather Forecast Today: देश के ज्यादातर हिस्सों में मौसम लगातार मिजाज बदल रहा है. कहीं भारी बारिश का दौर है तो कहीं गर्मी से लोग बेहाल हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कुछ और स्थानों पर लोगों को उमसभरी गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है. मौसम विभाग ने 23 और 24 सितंबर को इन राज्यों में बारिश होने का पूर्वानुमान जारी किया है. 

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मुंबई में आज सुबह से ही तेज बारिश हो रही है. लगातार पांच घंटे में बारिश से मुंबई का बुरा-हाल है. अगले 24 घंटे के लिए मुंबई को ऑरेंज अलर्ट दिया गया है. आने वाले 24 घंटे में मुंबई में तेज बारिश की संभावना बनी हुई है. IMD ने कहा कि समय के हिसाब से आगे का अलर्ट जारी करेंगे.

IMD के मुताबिक, पश्चिमोत्तर भारत, खासकर दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में 23 सितंबर को बरसात होगी. उन्होंने कहा कि इस साल पूरे देश में सामान्य से सात फीसदी ज्यादा बारिश हुई है. लेकिन उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से 15 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है.

अगले 24 घंटों के दौरान झारखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार में बारिश की संभावना बनी हुई है. मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली (Weather Forecast Delhi) के कुछ हिस्सों के अलावा झारखंड, ओडिशा, तमिलनाडु समेत देश के दूसरे भागों में हल्की से मध्यम की बारिश की संभावना जताई है. वहीं, बिहार और उत्तर प्रदेश के भी कुछ स्थानों में हल्की बारिश की संभावना है. 

IMD के मुताबिक, मॉनसून का मौसम आधिकारिक तौर पर 30 सितंबर को समाप्त हो जाएगा, लेकिन बंगाल की उत्तर-पूर्वी खाड़ी के ऊपर एक ताज़ा कम दबाव के क्षेत्र के विकास के साथ, इसके उत्तर-पश्चिम भारत से वापसी के अभी तक कोई संकेत नहीं हैं.

मौसम विभाग की माने तो तटीय कर्नाटक के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. ओडिशा, असम और मेघालय और कोंकण और गोवा में अलग-अलग स्थानों पर भारी से भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है. वहीं, पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, गांगेय पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और केरल और माहे में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है.

IMD के वरिष्ठ वैज्ञानिक राजेंद्र कुमार जेनामणि ने ANI को बताया, इस साल पश्चिमी विक्षोभ की संख्या बहुत कम रही. इसके चलते उत्तर और पश्चिमोत्तर भारत में कम बरसात हुई. उत्तराखंड में भी हर साल की तरह इस वर्ष कम बारिश हुई. हालांकि, जितनी भी बरसात हुई है, वह खेती के लिए लिहाज से अच्छी है. पश्चिमी विक्षोभ एक तरह का चक्रवात है, जो यूरोप में भूमध्य सागर के ऊपर पैदा होता है और जब यह आगे बढ़ता हुआ पूरब की तरफ आता है, तब भारत में पश्चिम की तरफ से प्रवेश करता है. इससे ही जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा में बारिश होती है.