देश की राजधानी दिल्ली में पाइप से पानी की आपूर्ति 83 प्रतिशत घरों तक पहुंच गयी है. इससे करीब 1.80 करोड़ लोगों को लाभ मिल रहा है. दिल्ली विधानसभा में शनिवार को पेश आर्थिक समीक्षा 2018-19 में इसकी जानकारी दी गयी है.

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आर्थिक समीक्षा में दी गई ये जानकारी  

समीक्षा में कहा गया कि दिल्ली जल बोर्ड 2013-14 से 2015-16 के दौरान लगातार मुनाफे में रहा है लेकिन 2018-19 के दौरान बजट अनुमान के तहत इसे 133.78 करोड़ रुपये घाटा होने का अनुमान है.

दिल्ली के 83.42 प्रतिशत घरों के पास पेयजल कनेक्शन

समीक्षा में कहा गया, ‘‘गर्मी के दौरान प्रति दिन 89.50 करोड़ लीटर पानी की आपूर्ति की जा रही है जिसे 107 से अधिक भूमिगत भंडारों तथा 14,355 किलोमीटर लंबे नेटवर्क से 1.80 करोड़ लोगों तक पहुंचाया जा रहा है’’  समीक्षा के अनुसार दिल्ली के 83.42 प्रतिशत घरों के पास पेयजल कनेक्शन है.

2021 तक मांग 1,140 एमजीडी पहुंचने का अनुमान

अक्टूबर 2018 तक 1,318 अवैध कालोनियों में पेयजल आपूर्ति उपलब्ध थी. साठ गैलन प्रति व्यक्ति प्रति दिन के प्रावधान के आधार पर मार्च 2011 तक दिल्ली की कुल पानी जरूरत 1,020 एमजीडी (मिलियन गैलन प्रतिदिन) है. इस प्रावधान के आधार पर 2021 तक मांग 1,140 एमजीडी पहुंच जाने का अनुमान है.