कोरोना वायरस (Coronavirus pandemic) संक्रमण से देशवासी पहले ही परेशान हैं. अब दूसरी तरफ महंगाई चुपके से लोगों की कमर तोड़ने में लगी है. थाली से सब्जियां गायब हो रही हैं. रसोई में तड़का लगाना हो रहा है. प्याज के बढ़े दाम (Onion price) ने जहां मीट, मछली, अंडा खाने वालों के मुंह पर ताला जड़ दिया है. वहीं, आसमान छूती कीमतों से घर का बजट भी बिगड़ा है. प्याज के बाद टमाटर और अब आलू ने भी इस बार रंग दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. खुदरा बाजार में आलू 35 रुपए प्रतिकिलो बिक रहा है. हरी सब्जियों के भाव आसमान पर पहुंच गए हैं. हरी मिर्च (Green chilly price) के दाम में दोगुने का उछाल आया है.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

थोक में सस्ती और खुदरा में महंगी है सब्जी

प्याज का थोक भाव न्यूनतम 9 रुपए और अधिकतम 18 रुपए प्रति किलो रहा. खुदरा में प्याज 25 से लेकर 30 रुपए प्रति किलो में बेचा जा रहा है. वहीं, टमाटर का थोक भाव न्यूनतम 16 रुपए और अधिकतम 40 रुपए प्रति किलो था. टमाटर खुदरा बाजारों में 50 से लेकर 100 रुपए प्रतिकिलो में बिक रहा है. रसोई की बेसिक चीज माने जाने वाले आलू, टमाटर और प्याज के दामों में आगे बढ़ने की होड़ सी मची हुई है. दिल्ली और आसपास के इलाकों में (Delhi-NCR) इन दिनों आलू-प्याज 40 रुपए किलो और टमाटर 100 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. टमाटर की सप्लाई कम होने से दाम लगातार चढ़ रहे हैं.

दो हफ्ते में तेजी से बढ़ी कीमतें

पिछले करीब 2 हफ्तों में सब्जियों के रेट उत्तर भारत में अचानक से बढ़े हैं. मटर 120 रुपए से महंगी होकर 150 रुपए प्रति किलो पहुंच गई है. फूलगोभी 50 रुपए से 100 रु प्रति किलो के रेट पर पहुंच गई है. हिमाचल प्रदेश से सब्जियों की सप्लाई कम हुई है. सब्जी विक्रेताओं के अनुसार हिमाचल प्रदेश से सब्जी कम आ रही है, जिसकी वजह से सप्लाई कम हो गई है और कीमतें बढ़ रही हैं. दिल्ली जैसे शहरों में सब्जियां दूसरे राज्यों से ही आती हैं. सप्लाई में कमी आते ही दाम बढ़ने लगे. 

रिटेल में सब्जियों के दाम (प्रति किलो)

  • शिमला मिर्च- 80 रुपए
  • परवल- 50 से 60 रुपए
  • बैंगन- 30 से 40 रुपए
  • भिंडी- 40 रुपए
  • कद्दू- 15 से 20 रुपए
  • तुरई 20 रुपए
  • लौकी 20 रुपए

थोक में सब्जियों के दाम (प्रति किलो)

  • आलू- 30-40 रुपए
  • प्याज- 15-20 रुपए
  • शिमला मिर्च- 40-50 रुपए
  • टमाटर- 35-40 रुपए
  • भिंडी- 15-20 रुपए
  • बैंगन- 18-25 रुपए
  • लौकी- 10-12 रुपए
  • खीरा- 15-20 रुपए
  • हरा धनिया- 200-250 रुपए

देश मे लॉकडाउन की शुरुआत हुई थी उसी दौरान कई चीजों की कीमतो में काफी उछाल देखने को मिला, जिनमें दाल-सब्ज़ी और दूसरी जरूरी चीजें शामिल हैं. सबसे ज्यादा अगर असर खाने के तेल की कीमतों में देखने को मिला है.

तेल  मार्च 2020 सितंबर 2020
सरसों कच्ची घानी 90 रुपए 115 रुपए
सोयाबीन 110 रुपए 125 रुपए
पालमोलीन 85 रुपए 95 रुपए
रिफाइंड 85 रुपए 110 रुपए
वनस्पति (डालडा घी) 1150 रुपए/टिन 1240 रुपए/टिन
देशी घी 7200 रुपए/टिन 9000 रुपए/टिन

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

बाजार के दिग्गजों की मानें तो खाद्य तेल जैसे पामोलीन तेल और सोयाबीन तेल की कीमतों में करीब 15 फीसदी तक कि बढ़ोतरी देखने को मिली है. वहीं, दूसरी तरफ सरसों के तेल और सनफ्लॉवर के तेल की कीमतों में 30 से 35 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है. इसके पीछे जो मुख्य कारण है वो है की देश मे लगभग 65 फीसदी तेल इम्पोर्ट किया जाता है. हम तेलों के लिए एक इम्पोर्ट डिपेंडेंट कंट्री और मलेशिया अर्जेंटीना जैसे देशों पर निर्भर करते है. अगर वहां सप्लाई में कोई दिक्कतें हो रही है तो ज़ाहिर सी बात है कि उसका बोझ आपकी जेब पर भी पड़ेगा. त्योहारों की शुरुआत होने को है. नवरात्रि, दशहरा और दीवाली के आने से दाम में और इजाफा हो सकता है. ऐसे में कोरोना के चलते महंगाई का कांटा भी धीरे धीरे बढ़ते जा रहा है.