COVID Vaccination in Mumbai: देश में कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन को हर राज्य में तेज गति से लोगों को दिया जा रहा है. लेकिन इस बीच मुंबई में वैक्सीन की किल्लत देखने को मिल रही है. लोकल ट्रेन का सफ़र हो या मॉल में शॉपिंग का मन- मुंबई में अब घूमने फिरने के लिए वैक्सीन सर्टिफिकेट होना ज़रूरी है. वैक्सीन सर्टिफिकेट यानी कि दोनों डोज़ ज़रूरी लेकिन एक आम मुंबईकर डोज़ कहां से ले जब सरकारी वैकसीनेशन सेंटर में वैक्सीन की भारी क़िल्लत है. 

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आंकड़ों की माने तो जिन 11 लाख मुंबईकरों को दूसरी डोज़ लगना चाहिए उनमें से सिर्फ 3 लाख लोग ही दूसरी डोज़ लेने में सफल हुए. 2.24 लाख लोगों के कोविशील्ड की पहली डोज़ लिए 84 दिन पूरे हो चुके हैं लेकिन दूसरी डोज़ पाने में भारी मशक़्क़त का सामना करना पड़ रहा है. इस महीने के अंत तक 2.24 लाख में 6 लाख लोग और जुड़ जाएंगे जिनकी दूसरी डोज़ due हो जाएगीं. वैक्सीनेश सेंटर पर लोगों को वैक्सीन नहीं मिल पा रही जिसके बाद लोग नाउम्मीदी के साथ वहां से वापस लौट रहे हैं. 

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वैक्सीन की क़िल्लत से जूझ रहे मुंबई के वैकसीनेशन सेंटर

बता दें कि अगस्त महीने में BMC और सरकारी वैकसीनेशन सेंटर वैक्सीन की क़िल्लत की वजह से पांच दिन बंद रहे थे.  इस क़िल्लत से निपटने के लिए BMC ने 70 प्रतिशत वैक्सीन का इस्तेमाल दूसरी डोज के लिए रखा था लेकिन डाटा की माने तो अगस्त में 3.26 लाख लोगों को मुंबई में पहली डोज़ दी गई थी और सिर्फ 1.67 लाख लोगों को दूसरी.  17 अगस्त तक के डाटा की माने तो 1.45 लाख मुंबईकरों ने प्राइवेट हस्पताल में पैसे खर्च करके दूसरी डोज़ लगवाई गई थी.  

8 लाख लोगों की दूसरी डोज़ हो जाएगी Due

31 अगस्त तक 8 लाख लोगों की दूसरी डोज़ Due हो जाएगी.  BMC की माने तो वैक्सीन की डिलीवरी के लिए वो राज्य और केंद्र सरकार पर निर्भर है. राज्य में लोकल ट्रेनें फिर से शुरू होने के बाद लोगों के लिए वैक्सीन का दोनों डोज का लगवाना बेहज जरूरी हो गया है. ऐसे में वैक्सीन डोज नहीं मिलने से लोग निराश हैं. वैक्सीन सेंटर पर मौजूद अधिकारियों का कहना है कि मुंबई में स्टॉक खत्म होने का कारण ही यही है कि केंद्र भारी मात्रा में टीके नहीं भेज रहा है.