Uttarakhand rains live update: उत्तराखंड में बाढ़ और बारिश का कहर जारी है. अब तक लैंडस्लाइड और भारी बारिश की वजह से यहां 34 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 5 लापता हैं. सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की सहायता देने के निर्देश दिए हैं. वहीं इस आपदा में जिनके घर ध्वस्त हो गए उन्हें 1.9 लाख रुपये की मदद दी जाएगी. राज्य में लगातार हो रही तेज बारिश के बीच केदारनाथ में चारधाम यात्रा के लिए 6 हजार श्रद्धालु मौजूद थे. इनमें से 4 हजार श्रद्धालु वापस आ गये हैं. बाकी 2 हजार श्रद्धालुओं को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है. 

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उतराखंड के नैनीताल, हल्द्वानी, काठगोदाम, रानीखेत, पौड़ी, लैंसडाउन, चमोली आदि इलाकों में भी बीते तीन दिन से लगातार तेज बारिश हो रही है. काठगोदाम में  तेज बारिश की वजह से रेलवे ट्रैक की पटरी उखड़ गई.

लगाये गए तीन हेलीकॉप्टर 

रूद्रप्रयाग के डीएम ने बताया कि केदारनाथ में कुल 6 हजार श्रद्धालु थे. इनमें से 4 हजार वापस आ गये हैं. बाकी 2 हजार सुरक्षित जगहों पर हैं. भारी बारिश से प्रभावित इलाकों में सेना के तीन हेलीकॉप्टर लगाये जा रहे हैं. चमोली और रुद्रप्रयाग के डीएम को कहा गया है कि रास्ते में फंसे यात्रियों की सुरक्षा का खास ध्यान रखा जाए. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग के डीएम से जिले की स्थिति और यात्रा की जानकारी ली है. वहीं उन्होंने भारी बारिश से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर हालात का जायजा लिया है. 

कई जगह आवाजाही प्रभावित 

पौड़ी के डीएम के मुताबिक लैंसडाउन तहसील में छप्पर गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 2 लोग घायल हो गए. घायलों को हायर सेंटर रेफर किया गया है. रूद्रप्रयाग में एक व्यक्ति की मौत हुई है. वहीं उत्तराखंड के कई दूसरी जगहों पर टूरिस्ट के भी फंसे होने की खबर है. उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. मंगलवार शाम (19 अक्टूबर, 2021) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नैनीताल ने जिले के आपदाग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया है. 

तेज बारिश और तूफान की वजह से नैनीताल जिले के कई हिस्से सड़क यातायात से पूरी तरह कट गए हैं. अत्यधिक बारिश की वजह से काठगोदाम के गोलापार इलाके में सड़क मार्ग टूटकर नदी में बह गया. वहीं काठगोदाम में ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है. कई ट्रेनों को कैंसिल करना पड़ा, जबकि कई ट्रेनों को शार्ट टर्मिनेट कर दिया गया है.

प्रभावितों को सहायता देने के निर्देश

रानीखेत को सड़क परिवहन से जोड़ने वाले एक मुख्य पुल के ऊपर तक नदी का पानी पहुंच गया, जिससे यहां यातायात व्यवस्था ठप हो गई. सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि यह सुनिश्चित किया जाए कि बारिश के कारण यदि कोई हाईवे बाधित होता है, तो उनमें आवाजाही जल्द शुरू करने के लिए पूरी व्यवस्था हो. जिन क्षेत्रों में ज्यादा बारिश हो रही हैं, वहां खास सतर्कता बरती जाय. अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि अतिवृष्टि से जानमाल का जो नुकसान हुआ है, उसे देखते हुए प्रभावितों को मानकों के अनुसार जल्द सहायता राशि दी जाए. 

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