अगर आपने आगे बढ़ने की ठान ली है तो रास्ते में कितने भी रोड़े आ जाएं आपके कदम डिग नहीं सकते. बल्कि मंजिल खुद आपके पास चलकर आएगी. 

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देश की सबसे बड़ी परीक्षा यानी यूपीएससी 2019 (UPSC Result 2019) के रिजल्ट आ गया है. इस एग्जाम में 829 कैंडिडेट्स कामयाब हुए हैं. इनमें से 180 उम्मीदवार आईएएस (IAS) चुने गए हैं. 24 कैंडिडेट्स भारतीय विदेश सेवा (IFS) के लिए चुने गए हैं और 150 उम्मीदवार भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए चुने गए हैं.  

केंद्रीय सेवाएं (ग्रुप क) के लिए 438 कैंडिडेट्स का चयन हुआ है. 135 लोग ग्रुप ख के लिए सलेक्ट हुए हैं. 

सिविल सर्विस एग्जाम

खासबात ये है कि टॉपर्स (upsc toppers) की लिस्ट में ज्यादातर कैंडिडेट्स ऐसे हैं जो साधारण घरों या जगहों से आते हैं. 

अगर आप भी सिविल सर्विस (Civil Services Exam) में जाने की सोच रहे हैं और आपके इसके बारे में कुछ ज्यादा जानकारी नहीं हैं तो आपको बता दें कि सिविल सर्विस एग्जाम में तीन चरण होते हैं.

पहला चरण होता है प्रीलिमनरी एग्जाम. प्रीलिमनरी एग्जाम में 2 पेपर होते हैं, जिनमें जनरल एबिलिटी टेस्ट और सिविल सर्विस एप्टिट्यूट टेस्ट शामिल हैं. ये पेपर क्वालिफाइन नेचर और 400 नंबर के होते हैं.

मुख्य परीक्षा को दो हिस्सों में बांटा गया है. क्वालिफाइंग एग्जाम और मेरिट एग्जाम. क्वालिफाइंग पेपर संविधान की 8वीं अनुसूचि में शामिल किसी एक भाषा और एक अंग्रेजी का होता है. ये दोनों पेपर 300-300 अंकों के होते हैं. मेरिट के 7 पेपर होते हैं. ये सभी पेपर्स 250-250 अंकों के होते हैं. यानी मेरिट पेपर कुल 1750 नंबरों का होता है. सभी पेपर के लिए 3-3 घंटे का समय होता है. 

मुख्य परिक्षा को पास करने वाले कैंडिडेट्स को इंटरव्यू और पर्सनैलिटी टेस्ट के लिए बुलाया जाता है. 

इस एग्जाम को पास करने बाद दूसरे चरण यानी मुख्य परीक्षा में बैठा जाता है. मेन एग्जाम में पास होने बाद इंटरव्यू होता है. 

कैसे करें तैयारी

सिविल एग्जाम पास करने की बात करें तो हर टॉपर का अपना अलग ही फुल प्रूफ तरीका होता है.

इसलिए तैयारी के लिए किताबें ही नहीं विषय को भी शुरू से ही कवर करके चलना चाहिए. आपका उत्तर क्रिएटिव होना चाहिए. पैराग्राफ बहुत बड़े नहीं होने चाहिए और फीडबैक ठीक होने चाहिए. 

सिविल सर्विस के टॉपर

इस बार के सिविल सर्विस एग्जाम में में प्रदीप सिंह ने पहला स्थान हासिल किया है. प्रदीप सोनीपत (हरियाणा) के रहने वाले हैं. दिल्ली के जतिन किशोर ने दूसरा स्थान हासिल किया है. तीसरे स्थान पर आई हैं सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश की प्रतिभा वर्मा. 

टॉपर्स के टिप्स

सोशल मीडिया से दूरी रही विशाखा

विशाखा यादव ने यूपीएससी में 6वीं रैंक हासिल की है. दिल्ली की विशाखा बताती हैं कि उन्होंने 3 साल कड़ी मेहनत की है. वह बताती हैं कि पहली 2 बार में उनका प्रीलिमनरी एग्जाम क्लीयर नहीं हुआ था. तैयारी के सवाल पर विशाखा बताती हैं कि हर कैंडिडेट की अलग क्षमता होती है. उसे अपनी क्षमता के आधार पर ही तैयारी करनी होती है. 

 

विशाखा बताती हैं कि उन्होंने पिछले 2 सालों से अपने तमाम सोशल मीडिया अकाउंट्स से दूरी बनाकर रखी थी. वह हर दिन, हर हफ्ते या हर महीने का टारगेट सेट करके पढ़ाई करती थीं. इससे कैंडिडेट की प्लानिंग और विषय की कवरेज सही होती है. 

 

गोल ही मोटिवेशन था रवि के लिए

रवि जैन ने सिविल सर्विस में 9वीं रैंक हासिल की है. देवघर, झारखंड के रहने वाले रवि जैन बताते हैं कि यह उनका चौथा चांस था. इससे पहले वह दो बार इंटरव्यू पास कर चुके हैं. रवि बताते हैं कि जो लोग सिविल एग्जाम को पास कर चुके हैं, उनका मार्गदर्शन बहुत मायने रखता है. 

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रवि बताते हैं कि एग्जाम की तैयारी के लिए दोस्तों का साथ बहुत जरूरी होता है. क्योंकि इस एग्जाम की तैयारी लंबे समय तक चलती है. और इस दौरान दोस्त और परिजनों के साथ की जरूरत होती है. 

माइंड सेट बनाकर रखा रौनक ने

रौनक अग्रवाल यूपीएससी में 13वें स्थान पर आए हैं. कोलकाता के रहने वाले रौनक बताते हैं कि किसी भी एग्जाम को केवल हार्ड वर्क और स्मार्ट वर्क के आधार पर ही क्लीयर किया जा सकता है. रौनक बताते हैं कि यह एग्जाम ऐसा नहीं है कि यह एक बार में ही क्लीयर हो जाए. इसलिए माइंड सेट करके रखें कि यह लंबी लड़ाई है. इसमें आत्मविश्वास और हौसला बनाए रखने के लिए परिजनों और दोस्तों का साथ बहुत जरूरी है.