कुछ ही समय बाद अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान 'वायु' गुजरात के तटीय इलाकों में प्रवेश कर जाएगा. हालांकि तूफान से निपटने के लिए राज्य सरकार, सेना, वायु सेना और एनडीआरएफ ने पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं. ओडिशा में फोनी तूफान की तरह ही गुजरात सरकार ने 'जीरो टॉलरेंस और जीरो कैजुअल्टी' नीति का खाका तैयार किया है. राज्य सरकार समेत मौसम विभाग तथा अन्य संगठन समय-समय पर लोगों को तूफान के समय किए जाने वाले उपायों की जानकारी और चेतावनी जारी कर रहे हैं.

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वायु सेना और एनडीआरएफ की टीमें तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजने में जुटी हुई हैं. एनडीआरएफ की 55 टीमें इस समय अलर्ट पर हैं.

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने बताया कि तटीय इलाकों से करीब 2,74,000 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. 

हालांकि मौसम विभाग के वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने बताया है कि चक्रवाती तूफान वायु गुजरात के तटीय इलाकों वेरावल, पोरबंदर, द्वारका को छूता हुआ निकल जाएगा. यह गुजरात में अंदर तक असर नहीं दिखाएंगा.

चक्रवात से पहले क्या करें

- शांत रहें, घबराएं नहीं और न ही अफवाहों पर ध्यान दें.

- संपर्क क्षेत्र में बने रहने के लिए अपने मोबाइल फोन को चार्ज रखें. SMS का इस्तेमाल करें.

- मौसम की ताजा जानकारी के लिए रेडियो सुनें, टीवी देखें और अखबार पढ़ें.

- अपनी जरूरत के कागज़ात और कीमती सामान एक प्लास्टिक के थैले में पैक करके रखें.

- एक इमरजेंसी किट तैयार साथ रखें. इसमें सुरक्षित रहने का सामान होना चाहिए.

- अपने घरों की मरम्मत करा लें, नुकीला सामान खुला न छोड़ें

- मवेशियों व पशुओं की सुरक्षा के लिए उन्हें बांधकर न रखें.

- पीने के पानी का स्टॉक करके रखें, पानी को बोतलों में रखें.

- छोटे बच्चों की जरूरत जैसे खाना और दवा आदि का सामान साथ रखें.

-  हो सके तो तूफान आने से पहले किसी सुरक्षित स्थान पर चले जाएं.

चक्रवात के दौरान और बाद में क्या करें

- बिजली और गैस की सप्लाई तुरंत बंद कर दें.

- घर के दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें.

- उबला हुआ या क्लोरीनयुक्त पानी ही पीएं.

- सिर्फ आधिकारिक घोषणाओं पर ही ध्यान दें.

- यदी आप घर से बाहर हैं तो बिजली के खम्भे, तार या नुकीलें चीजों से बचें.

- तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाएं. 

- समुद्र की तरफ न जाएं.