अब विदेशी छात्र (foreign students) भारत में बड़ी आसानी से पढ़ाई कर सकते हैं. भारत सरकार विदेशी छात्रों को एडमिशन के नियम सरल बनाने जा रही है. 

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जानकारी के मुताबिक, सरकार भारत की किसी भी यूनिवर्सिटी में एडमिशन (University Admission) के लिए कॉमन एडमिशन फॉर्म (Common admission form) तैयार कर रही है और इस फॉर्म को जल्द ही जारी किया जाएगा.

इस फॉर्म से आसानी यह होगी कि अब छात्रों को अलग-अलग यूनिवर्सिटियों में एडमिशन के लिए अलग-अलग फॉर्म नहीं भरने होंगे. एक कॉमन फॉर्म होगा और रैंकिंग के आधार पर स्टूडेंट्स को एडमिशन मिलेगा. कॉमन एडमिशन फॉर्म में स्टूडेंट को अपनी बेसिक जानकारी देनी होगी. 

कॉमन एडमिशन फॉर्म के साथ ही अलग-अलग यूनिवर्सिटी के अनुबंध (annexure) होंगे. इसे ऐसे समझ सकते हैं कि कॉमन एडमिशन फॉर्म के साथ दिल्ली यूनिवर्सिटी या बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी या जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी या फिर इसी तरह की किसी और यूनिवर्सिटी का annexure साथ मे होगा जिसमें कुछ सवाल पूछे जाएंगे. स्टूडेंट उन सवालों का जवाब देकर एक या उससे अधिक यूनिवर्सिटी के लिए अप्लाई कर सकता है.

कॉमन एडमिशन फॉर्म के जरिये सरकार एक सुरक्षित डेटाबेस तैयार करना चाहती है. 

ऐसा होने से विदेशी छात्रों के लिए देश में यूनिवर्सिटी एडमिशन की प्रक्रिया आसान, तेज, पारदर्शी और सस्ती हो जाएगी. 

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कॉमर्स और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक, अमेरिका की तर्ज पर भारत में भी एजुकेशन सेक्टर में बड़े बदलाव और तकनीक को शामिल किया जा रहा है ताकि एडमिशन से लेकर पढ़ाई करने तक प्रक्रिया को आसान और असरदार बनाया जा सके.