Punjab extends restrictions: त्योहारों के सीजन को देखते हुए पंजाब में कोरोना से जुड़ी पाबंदियों को 30 सितंबर तक बढ़ा दिया गया है. जिसमें राजनीतिक सभाओं के साथ-साथ सभी सभाओं में 300 लोग ही जमा हो सकते हैं. इसमें मास्क पहनने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग को सख्ती से लागू करना भी शामिल है. वहीं पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा है कि स्वास्थ्य कारणों को छोड़कर यदि 15 सितंबर तक राज्य सरकार के कर्मचारियों ने वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं ली होगी, तो ऐसे कर्मचारियों को छुट्टी पर भेज दिया जाएगा.

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वैक्सीनेशन को लेकर सरकार सख्त

आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने यह कड़ा फैसला इसलिए लिया है जिससे लोगों को महामारी से बचाया जा सके. इसके अलावा यह एनश्योर किया जा सके कि टीका लगवा चुके लोग टीका नहीं लगवाने वाले लोगों की वजह से संक्रमित न हों. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शुक्रवार (10 सितंबर, 2021) को हुई हाई लेवल कोविड रिव्यू मीटिंग में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि डेटा के एनालिसिस से यह पता चला है कि टीके महामारी के खिलाफ प्रभावी हैं. उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों को टीका लगवाने के लिए लगातार प्रेरित किया जा रहा है. ऐसे कर्मचारी जो अभी भी टीका लगवाने से बच रहे हैं, उनको तब तक छ्ट्टी पर भेज दिया जाएगा, जब तक कि वे पहली डोज नहीं ले लेते.

कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन के निर्देश

यहां राजनीतिक दलों सहित आयोजकों के लिए यह एनश्योर कर दिया कि गया है कि उनके कार्यक्रमों में सभी को पूरी तरह से टीका लग गया हो. या लोगों ने कम-से-कम एक डोज ली हो. डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि कोरोना के मामले कम होने से लोग मास्क पहनने को लेकर ढिलाई बरतने लगे थे, जिसे स्वास्थ्य विभाग पुलिस की मदद से सख्ती से लागू करे. सीएम अमरिंदर सिंह ने मुख्य सचिव विनी महाजन को हर जिले में प्रशासन-पुलिस फ्लाइंग स्क्वायड बनाने का भी निर्देश दिया. जिससे रेस्टोरेंट, मैरिज पैलेस आदि में प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया जा सके.

मुख्यमंत्री ने तीसरी लहर की तैयारियों के तहत टेस्ट को अभी 45,000 प्रति दिन से बढ़ाकर कम से कम 50,000 रोजाना करने का भी आदेश दिया. उन्होंने कहा कि सभी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के काम में तेजी लाई जानी चाहिए और इन्हें पूरा किया जाना चाहिए.

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