Cow science: राष्ट्रीय कामधेनु आयोग (Rashtriya Kamdhenu Aayog) का कहना है कि गाय केवल दूध देने वाली पशु ही नहीं है बल्कि, चार पैरों पर चलता-फिरता पूरा विज्ञान है. आयोग का दावा है कि केंद्र सरकार के 5 ट्रिनियल इकोनॉमिक के सपने को पूरा करने में गाय एक अहम रोल निभा सकती है. 

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गाय के विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए कामधेनु आयोग नेशनल लेवल पर एक ऑनलाइन एग्जाम आयोजित करने जा रहा है. आयोग के अध्यक्ष वल्लभभाई कथीरिया (Vallabhbhai Kathiria) ने बताया कि आयोग गाय की उपयोगिता के प्रचार-प्रसार पर काम कर रहा है. 

उन्होंने बताया कि इस कड़ी में कामधेनु गो विज्ञान प्रचार-प्रसार एग्जामिनेशन (Kamdhenu Gau Vigyan Prachar Prasar Exam) का आयोजन किया जाएगा. यह एग्जाम 25 फरवरी, 2021  को आयोजित होगा. यह एग्जाम ऑनलाइन (online exam) होगा. एग्जाम में गाय से जुड़े 100 प्रश्न पूछे जाएंगे. ये सवाल हिंदी और अंग्रेजी समेत 12 स्थानीय भाषाओं में पूछे जाएंगे.

एग्जाम पेपर की 4 श्रेणियां होंगी और सभी 100 प्रश्नों को हल करने के लिए 1 घंटे का समय दिया जाएगा.  

वल्लभभाई कथीरिया का कहना है कि गाय पूरी तरह से साइंस है और इस साइंस को लेकर लोगों में जानकारी होनी जरूरी है.

गाय का गोबर एंटी रेडिएशन (cow dung chip)

राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के अध्यक्ष ने कुछ समय पहले कहा था कि गाय का गोबर एंटी रेडिएशन है. यह सभी की रक्षा करता है, यदि आप इसे घर लाते हैं तो आपका स्थान रेडिएशन फ्री हो जाएगा. यह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है.

बता दें कि केंद्र सरकार ने दो साल पहले 6 फरवरी, 2019 को राष्ट्रीय कामधेनु आयोग की स्थापना की थी. यह आयोग मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत आता है. इस आयोग का प्रमुख काम पशुओं की विभिन्न प्रजातियों के संरक्षण और संवर्धन के अलावा गाय और बछड़ों की हत्या को रोकना है जिसमें गाय, गोबर और गौमूत्र के कारोबारी इस्तेमाल को बढ़ावा देना भी शामिल है.

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