PIB Fact check: हर रोज कई तस्वीरें, वीडियो और खबरें  सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होती हैं. डिजिटल युग में हमें एक क्लिक पर आसानी से किसी भी टॉपिक के बारे में जानकारी मिलती है. वहीं कई बार असली और फेक खबरों के बीच का पहचान करना मुश्किल हो जाता है. ऐसी ही एक पोस्ट इन दिनों इंटरनेट पर वायरल हो रही है, जिसमें मनरेगा की आधिकारिक वेबसाइट 'रोजगार सेवक' के जरिए लोगों को नौकरी देने का दावा किया जा रहा है. तो चलिए जानते हैं इसके पीछे की सच्चाई.

क्या है इसके पीछे की सच्चाई? वायरल हो रहे एक पोस्ट में दावा किया जै रहा है कि रोजगार सेवक (https://rojgarsevak.org/) नाम की वेबसाइट मनरेगा का आधिकारिक पोर्टल है. यह वेबसाइट मनरेगा से संबंधित सभी जानकारी प्रदान करती है, जिसमें नौकरियों के विकल्प, उत्तर कुंजी, परिणाम और प्रवेश पत्र शामिल हैं. वेबसाइट में देश के विभिन्न राज्यों के किसानों की तस्वीरें भी लगी है. इस वेबसाइट पर कई तरह के नौकरी ऑफर किए जा रहे हैं. क्या कहता है PIB फैक्ट चेक? PIB फैक्ट चेक ने ट्वीट कर बताया है कि रोजगार सेवक (https://rojgarsevak.org/) नाम की वेबसाइट फेक है. प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) की फैक्ट चेक में बताया गया कि यह साइट खुद को मनरेगा की आधिकारिक साइट होने का दावा करती है, लेकिन एक फेक वेबसाइट है. क्या है PIB फैक्ट चेक? बता दें कि पीआईबी फैक्ट चेक सोशल मीडिया पर वायरल फेक मैसेज या पोस्ट को सामने लाती है और उनका खंडन करता है. ये सरकारी नीतियों और स्कीमों पर गलत जानकारी का सच सामने लेकर आता है. अगर आप भी किसी वायरल मैसेज का सच जानना चाहते हैं तो 918799711259 इस मोबाइल नंबर या socialmedia@pib.gov.in पर मेल कर सकते हैं. क्या है MGNREGA की स्कीम? MGNREGA YOJNA(महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) भारत में लागू एक रोजगार गारंटी योजना है. साल 2009 से पहले इस नरेगा यानी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के नाम से जाना जाता था. इस योजना की शुरुआत 2 अक्टूबर 2009 को गांधी जयंती के मौके पर की गई थी. यह विश्व की एकमात्र ऐसी योजना है जो नागरिकों को 100 दिन के रोजगार की गारंटी देती है.