बाजार में प्याज की बढ़ी कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. केंद्रीय मंत्री पासवान ने ट्वीट कर सफाई दी है कि इस बार मॉनसून में एक महीने की देरी के कारण प्याज की बुआई में देरी भी हुई. पिछले साल से कम रकबे में बुआई होने कारण उत्पादन घटा है. नई फसल बाजार में आने में देर हो रही है. प्याज उत्पादक प्रमुख राज्यों कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान में काफी ज्यादा बारिश होने के कारण प्याज की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है, नतीजतन प्याज का उत्पादन 26% कम हुआ है.

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एक के बाद एक 9 ट्वीट किए

केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने प्याज के मुद्दे पर एक के बाद एक 9 ट्वीट किए हैं. उन्होंने आगे लिखा लगातार देश के विभिन्न हिस्सों में लंबे समय तक बाढ़ की स्थिति बनी रहने के कारण प्याज की ढुलाई में भी काफी परेशानी हुई जिसके कारण स्थानीय मंडियों में प्याज पहुंचने में देर हुई और काफी प्याज खराब भी हो गया.

प्याज पर उच्चस्तरीय बैठक

प्याज के मुद्दे पर गुरुवार शाम गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में मंत्रियों के समूह की अहम बैठक होगी. अमित शाह के अलावा पीयूष गोयल, रामविलास पासवान, कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर बैठक में मौजूद होंगे. बैठक में प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारी भी शामिल होंगे. बैठक में प्याज की कीमतों पर काबू पाने के लिए तुरंत कदम उठाने पर चर्चा होगी.

जमाखोरी रोकने के लिए घटाई थी स्टॉक

प्याज की जमाखोरी पर शिकंजा कसने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए प्याज के थोक व फुटकर व्यापारियों के लिए स्टॉक सीमा घटाकर क्रमश: 25 टन और पांच टन कर दिया है.  केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के आदेश के मुताबिक देश के सभी राज्यों में प्याज के थोक व्यापारी अब अपने स्टॉक में 25 टन से ज्यादा प्याज नहीं रख सकेंगे. वहीं, खुदरा कारोबारियों के लिए प्याज के स्टॉक की यह सीमा पांच टन रखी गई है.

मंत्रालय ने कहा कि यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा. हालांकि यह आयातकों पर लागू नहीं होगा. आपको बता दें कि प्‍याज की डिमांड और सप्‍लाई में काफी अंतर है, जिससे प्‍याज की कीमतें 80 रुपए प्रति किलो चल रही हैं. हालांकि थोक बाजार में कीमतें कुछ घटी हैं लेकिन फिर भी दाम आसमान पर हैं. इस बीच, विपक्ष ने प्याज और दाल की कीमतों में हुई भारी बढ़ोतरी पर राज्यसभा में चर्चा कराने की मांग की है. सांसदों ने सदन में नियम 267 के तहत अनाज की कीमत पर चर्चा करने को लेकर नोटिस दिया है.

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उधर, सरकार सप्‍लाई पूरी करने के लिए 11,000 टन प्याज तुर्की से मंगा रही है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि MMTC ने तुर्की से 11,000 टन प्याज आयात करने का दूसरा अनुबंध किया है जो जल्‍द भारत आएगा.