चार धाम यात्रा (Char dham yatra) इस साल अक्‍टूबर से और आसान हो जाएगी. क्‍योंकि अब ऋषिकेश (Rishikesh)- धारसू रोड़ पर व्यस्त चंबा (Chamba) कस्बे के नीचे 440 मीटर लंबी सुरंग बनाने का काम पूरा हो गया है. इस सुरंग के अक्‍टूबर 2020 तक चालू होने के आसार हैं. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसे बड़ी उपलब्धि बताया है.

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इस सुरंग का निर्माण Border Road organisation (Bro) ने किया है. Bro ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 94 पर ऋषिकेश-धारसू रोड पर चंबा शहर के नीचे 440 मीटर लंबी सुरंग तैयार की है, जिसकी मदद से सभी मौसम में चारधाम - गंगोत्री, केदारनाथ, यमुनोत्री और बद्रीनाथ - तक पहुंचा जा सकता है. 

Bro लगभग 12,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 900 किलोमीटर लंबी चारधाम परियोजना के तहत गंगोत्री और बद्रीनाथ के पवित्र मंदिरों की ओर जाने वाले 250 किलोमीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग को बना रहा है.

इस सुरंग से Traffic आराम से गुजारने, भीड़भाड़ कम करने और चंबा शहर तक पहुंच बेहतर बनाने में मदद मिलेगी. चंबा सुरंग को बनाने में ऑस्ट्रियाई प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया गया है. 

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रोड एंड ट्रांसपोर्ट मिनिस्‍टर नितिन गडकरी ने बीआरओ की तारीफ की और इसे कोरोना महामारी (Coronavirus) के दौरान राष्ट्र-निर्माण की दिशा में एक असाधारण उपलब्धि करार दिया. गडकरी ने कहा-मैं इस वैश्विक महामारी के बीच राष्ट्र निर्माण में अपने असाधारण योगदान के लिए पूरी बीआरओ टीम को बधाई देता हूं. केदारनाथ में तबाही आने के बाद से ही हम चारधाम के लिए सभी मौसम में road network को दुरुस्‍त करने का प्रयास कर रहे थे.

गडकरी ने कहा कि यह सुरंग 3 महीने पहले बनकर तैयार हो गई है. अक्टूबर 2020 में सुरंग से आवाजाही शुरू हो जाएगी. परियोजना के इस हिस्से के तहत 88 करोड़ रुपये की लागत से 6 किलोमीटर सड़क और 440 मीटर लंबी सुरंग का काम आखिरी स्‍टेज में है. BRO ने जनवरी 2019 में सुरंग के उत्तरी छोर पर काम शुरू किया था.