Raghuram Rajan News: भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि देश में अगली क्रांति सेवा क्षेत्र (service sector) में हो सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि देश में स्थिरता, उत्सर्जन में एक नई तरह की हरित क्रांति भी हो रही है और भारत जलवायु परिवर्तन की चुनौती को देखते हुए पवन चक्कियां बनाने, इमारतों को हरा-भरा बनाने में सबसे आगे हो सकता है. भाषा की खबर तके मुताबिक, रघुराम राजन (Raghuram Rajan) राहुल गांधी से बातचीत में यह बातें कही हैं.

आय में क्यों आई असमानता

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खबर के मुताबिक, राजन ने कहा कि उच्च मध्य वर्ग की आय इसलिए बढ़ी क्योंकि वे महामारी के दौरान घर से काम कर सकते थे लेकिन कारखानों में काम करने वालों की कमाई कम हो गई क्योंकि वे कमा नहीं पाए. उन्होंने कहा, यह विभाजन महामारी में बढ़ गया. अमीरों को कोई परेशानी नहीं थी, निम्न वर्ग को राशन और दूसरी चीजें मिलीं लेकिन निम्न मध्यम वर्ग को बड़ा नुकसान हुआ. नौकरियां नहीं थीं, बेरोजगारी बढ़ी. उन्होंने सुझाव दिया कि इस तबके के बारे में विचार करते हुए नीति बनानी चाहिए.

पवन चक्कियों के निर्माण में सबसे आगे हो सकता है भारत

पूर्व गवर्नर ने कहा कि हम अमेरिका गए बिना यहां से अमेरिका के लिए काम कर सकते हैं. जैसे डॉक्टर अमेरिका को टेलीमेडिसिन सेवाएं प्रदान कर सकते हैं और बहुत सारी विदेशी मुद्रा अर्जित कर सकते हैं. हमारा सेवा निर्यात हमें निर्यात में महाशक्ति बना देगा. दूसरी तरफ, उन्होंने कहा एक नई तरह की हरित क्रांति है. राघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने कहा, अगर हम उस पर जोर देते हैं, तो हम पवन चक्कियों के निर्माण (construction of windmills) में सबसे आगे हो सकते हैं और अपनी इमारत को हरा-भरा बना सकते हैं. जलवायु परिवर्तन से सबसे ज्यादा नुकसान दक्षिण एशिया में होगा. आप पहले ही बांग्लादेश और पाकिस्तान को पीड़ित देख चुके हैं. भारत भी पीछे नहीं है. इसलिए हमें बहुत मेहनत करनी होगी.

भारत की आर्थिक स्थिति पर क्या कहा

भारत की आर्थिक स्थिति (economic condition of india) पर उन्होंने कहा कि अगला साल मौजूदा साल की तरह मुश्किल भरा रहने वाला है. उन्होंने कहा कि दुनिया में विकास धीमा होने जा रहा है और भारत पर भी इसकी मार पड़ने वाली है. उन्होंने कहा कि निर्यात थोड़ा धीमा हो रहा है. भारत की मुद्रास्फीति की समस्या भी विकास के लिए नकारात्मक होने जा रही है. रघुराम राजन (Raghuram Rajan) ने कहा कि बेरोजगारी एक बड़ी समस्या है और निजी क्षेत्र को आगे बढ़ाना होगा क्योंकि सभी को सरकारी नौकरी नहीं मिल सकती. उन्होंने कहा कि अगर तकनीकी हस्तक्षेप बढ़ाया जाए तो कृषि क्षेत्र में नौकरियां पैदा की जा सकती हैं.

उन्होंने (Raghuram Rajan) यह भी सुझाव दिया कि छोटे और मध्यम स्तर के उद्योगों को बड़ा होने के लिए एक अनुकूल वातावरण और कारकों की आवश्यकता है. शेयर बाजार के बारे में कम जानकारी वाले लोगों द्वारा निवेश पर राजन ने कहा कि उपभोक्ता संरक्षण होना चाहिए ताकि वे अपने अधिकारों को जान सकें.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें