(मघुबनी/ बिंदुभूषण ठाकुर)

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नेपाल सरकार भारतीय रुपये के बड़े नोटों पर रोक लगाने के बाद अब भारतीय किसानों से गन्ने की खरीद पर रोक लगा दी है. नेपाल के सिरहा जिला स्थित हिमालय शुगर मील में भारतीय गन्ने की खरीदारी नहीं होने पर सीमावर्ती इलाके के किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है.

 

भारत-नेपाल, दोनों देशों के बीच वर्षों से चले आ रहे संबधों में कूटनीतिक कारणों से खटास पड़ने लगी है. पिछले दिनों नेपाल सरकार ने भारत के दो हजार, पांच सौ और दो सौ रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगाया था. इसके बाद नेपाल सरकार ने भारतीय किसानों से गन्ना खरीदने पर प्रतिबंध लगा दिया है.

हिमालय शुगर मिल्स कराती है खेती

मधुबनी जिले की तीन चीनी मिल बंद होने के बाद सीमावर्ती इलाके के किसान नेपाल के सिरहा स्थित हिमालय चीनी मिल को अपना गन्ना बेचते आ रहे हैं. मिल प्रबंधन द्वारा किसानों को खेती के लिए एडवांस में रुपये भी दिए गए थे. दो सप्ताह पहले किसानों से ईख भेजने के लिए कहा भी गया था. लेकिन नेपाल सरकार के अचानक रोक के आदेश के बाद मिल प्रबंधन ने भारतीय किसानों से ईख लेने से इनकार कर दिया है. 

नेपाल सरकार के इस फैसले से सीमावर्ती गांवों के किसान परेशान हैं. उनके खेतों में ईख खड़ी है, लेकिन उसका खरीददार नहीं है. जयनगर के किसानों का एक दल जिलाधिकारी से मिला और अपनी समस्या से उन्हें अवगत कराया.

किसानों में आक्रोश

जयनगर के गन्ना किसान मनोज चौधरी ने बताया कि बिहार के कई जिलों में गन्ना की खेती बड़े पैमाने पर होती है. पहले इस गन्ने की सप्लाई आसपास की चीनी मिलों को हो जाती थी, लेकिन बिहार की चीनी मिल बंद होने से पिछले कई सालों से किसान अपने गन्ने को नेपाल के सिरहा स्थित हिमालय चीनी मील को बेच रहे थे.

मनोज ने बताया कि चीनी मिल प्रबंधन भी गन्ने की अच्छी वैरायटी के लिए पहले अच्छी किस्म का बीज किसानों के बीच बांटते थे. इतना ही नहीं मिल प्रबंधन के लोग किसानों को अपना गन्ना हिमालय मिल को ही देने की मांग करते थे. इससे गन्ना किसानों के दिन ठीक से कट रहे थे. 

हिमालय शुगर मील द्वारा गन्ना किसानों को नेपाल के बैंक में खाता भी खुलवा दिया था, जिसमें गन्ने का भुगतान जमा किया जाता था. लेकिन नेपाली संघीय संसद में एक प्रस्ताव पारित कर भारतीय गन्ने की खरीद पर रोक लगा दी गई है. नेपाल सरकार के इस फैसले को लेकर सीमातर्वी क्षेत्र के किसानों में इस फैसले के खिलाफ भारी रोष व्याप्त है. किसानों ने बताया कि बिहार या केंद्र सरकार स्तर पर जल्द ही कोई पहल नहीं की गई तो नेपाल से आने-जाने वाले रास्तों को जाम कर उग्र आन्दोलन किया जाएगा. 

केंद्र से लगाई गुहार

मधुबनी के जिलाधिकारी कपिल अशोक ने बताया कि किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए नेपाल के सिरहा जिला प्रशासन से बात की गई है. भारत सरकार के साथ नेपाल दूतावास को भी सूचना दी गई है. किसानों की समस्याओं को शीघ्र दूर कर दिया जाएगा.