Kisan Mahapanchayat: करनाल में शुरू हुई महापंचायत, इस हाईवे पर यात्रा करने से बचें, नहीं तो हो सकती है मुश्किल
Kisan Mahapanchayat: हरियाणा पुलिस ने कहा कि किसानों की महापंचायत के कारण करनाल में ट्रैफिक बाधित हो सकता है.
Kisan Mahapanchayat: हरियाणा के कई किसान करनाल में किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए नई अनाज मंडी पहुंच गए हैं. बाइक, ट्रैक्टर और दूसरे साधनों से कई लोगों के आने से मौके पर किसानों की संख्या बढ़ने लगी है. वहीं इस महापंचायत में कुछ लोग जैली, तलवारें, लोहे की पाइप लेकर पहुंचे हैं, जिनसे कानून-व्यवस्था बिगड़ सकती है. जिला प्रशासन ने किसान नेताओं से कहा है कि ऐसे लोगों से सभा स्थल छोड़कर जानें के लिए कहें. कानून तोड़ने वालों को सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. वहीं पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि वो आज (07 सितंबर, 2021) दिल्ली-अंबाला हाईवे पर यात्रा न करें.
बाधित हो सकता है ट्रैफिक
हरियाणा पुलिस ने कहा कि किसानों की महापंचायत के कारण करनाल में ट्रैफिक बाधित हो सकता है. लोगों को को दिल्ली और अंबाला के बीच नेशनल हाईवे 44 पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी है. इस बीच लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए करनाल और आसपास के 4 जिलों में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई हैं. इन चार जिलों में कुरुक्षेत्र, जींद, कैथल और पानीपत शामिल हैं. किसानों पर 28 अगस्त को हुए लाठीचार्ज के विरोध में यह महापंचायत बुलाई गई है. अंबाला से दिल्ली जाने वाले ट्रैफिक को कुरुक्षेत्र के पिपली से डायवर्ट किए जाने की संभावना है. इसी तरह दिल्ली से अंबाला जाने वाले ट्रैफिक को पानीपत के पेप्सी ब्रिज से डायवर्ट किया जाएगा.
दूसरे रूट का इस्तेमाल करने की सलाह
इस बीच जिला प्रशासन ने करनाल में पहले ही धारा 144 लागू कर लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है. ADGP (कानून व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क ने कहा कि अंबाला-दिल्ली हाईवे पर करनाल में ट्रैफिक बाधित हो सकता है. उन्होंने कहा कि, एनएच 44 का इस्तेमाल करने वाली आम जनता को सलाह दी जाती है कि वे करनाल शहर से यात्रा न करें. और 7 सितंबर को अपने डेस्टिनेशन तक जाने के लिए वैकल्पिक रूट से जाएं.
शांति बनाए रखने की अपील
किसान 28 अगस्त को पुलिस कार्रवाई का आदेश देने वाले आईएएस अधिकारी और प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उन्होंने घरुंडा के एक किसान सुशील काजल के परिजनों को 25 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है, जिन्हें लाठीचार्ज में सिर में चोट लगी थी और बाद में दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई. मोर्चा ने किसानों से हर हाल में शांति बनाए रखने और किसी भी
तरह की हिंसा नहीं होने देने की अपील की है.
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