Kharif crops: इस साल खरीफ सीजन में होगी अनाज की रिकॉर्ड पैदावार, जानिए क्या है सरकार अनुमान
Kharif crops: इस साल खरीफ सीजन में खाद्यान्न का उत्पादन रिकॉर्ड 15.05 करोड़ टन रहने का अनुमान है.
Kharif crops: देश के लाखों किसानों और खेती से जुड़े लोगों के लिए अच्छी खबर है. सरकार ने कहा है कि इस साल खरीफ सीजन में अनाज की रिकॉर्ड पैदावार होगी. मानसून अच्छा रहने और चावल का उत्पादन बढ़ने की संभावना के चलते खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 15 करोड़ पांच लाख टन के स्तर तक पहुंच सकता है. कृषि मंत्रालय ने मंगलवार (21 सितंबर, 2021) को यह जानकारी दी. पिछले फसल साल 2020-21 (जुलाई-जून) के खरीफ सीजन में चावल, दाल और मोटे अनाज सहित कुल खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 14 करोड़ 95 लाख 60 हजार टन रहा था.
चावल, गन्ना और कपास का रिकॉर्ड उत्पादन
आपको बता दें कि चावल, गन्ना और कपास का रिकॉर्ड उत्पादन का अनुमान जाहिर किया गया है. हालांकि, इस साल खरीफ सेशन के दौरान मोटा अनाज और तिलहन पैदावार मामूली रूप से कम रहने का अनुमान है. धान जैसी खरीफ (गर्मी) फसलों की बुवाई जून से दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ शुरू होती है, जबकि अधिकांश हिस्सों में कटाई अक्टूबर से शुरू होती है. खरीफ सेशन के लिए पहला एडवांस खाद्यान्न उत्पादन (advance food production) अनुमान जारी करते हुए, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि, इस सेशन में रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन 15 करोड़ पांच लाख टन होने का अनुमान है. उन्होंने कहा कि किसान हितैषी सरकार की नीतियों के अलावा किसानों और वैज्ञानिकों की मेहनत से भारी पैदावार हासिल हो रही है.
दालों का उत्पादन 94.5 लाख टन होने की संभावना
आंकड़ों के मुताबिक, साल 2021-22 के खरीफ सेशन में दालों का उत्पादन बढ़कर 94.5 लाख टन होने की संभावना है, जो पिछले साल 86.9 लाख टन रहा था. अरहर जो मुख्य खरीफ दलहन है, पहले के 42.8 लाख टन से मामूली बढ़कर 44.3 लाख टन होने का अनुमान है. हालांकि मोटे अनाज का उत्पादन पहले के तीन करोड़ 64.6 लाख टन से घटकर तीन करोड़ 40 लाख टन रहने सकता है. मोटे अनाजों में, मक्के का उत्पादन 2021-22 खरीफ सत्र में पिछले वर्ष के दो करोड़ 14 लाख टन से घटकर दो करोड़ 12 लाख 40 हजार टन रह सकता है.
इसी तरह तिलहन उत्पादन पहले के दो करोड़ 40 लाख टन से घटकर दो करोड़ 34 लाख टन रहने का अनुमान है. तिलहनों में, मूंगफली उत्पादन पहले के 85.5 लाख टन के मुकाबले घटकर इस बार 82.5 लाख टन रहने का अनुमान है, जबकि सोयाबीन का उत्पादन पहले के एक करोड़ 28 लाख 90 हजार टन के मुकाबले घटकर एक करोड़ 27 लाख 20 हजार टन रहने का अनुमान है
नकदी फसलों की पैदावार भी बढ़ेगी
नकदी फसलों के मामले में, गन्ना उत्पादन पिछले वर्ष के 39 करोड़ 92.5 लाख टन की तुलना में 2021-22 खरीफ सत्र के दौरान रिकॉर्ड 41 करोड़ 92.5 लाख टन होने का अनुमान है. कपास का उत्पादन भी पिछले साल के तीन करोड़ 53.8 लाख गांठों की तुलना में इस बार तीन करोड़ 62.2 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) का रिकॉर्ड उत्पादन होने की संभावना है. आंकड़ों के मुताबिक जूट और मेस्टा का पैदावार पहले के 95.5 लाख गांठों की तुलना में 96.1 लाख गांठ (प्रत्येक 180 किलोग्राम) रह सकता है.
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