कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने CM पद से इस्तीफा देने का ऐलान कर दिया. येदियुरप्पा ने कहा कि लंच के बाद मैं गवर्नर से मिलूंगा और उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दूंगा. बता दें, कर्नाटक में भाजपा की सरकार को आज ही दो साल पूरे हुए हैं.

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इस्तीफे का ऐलान करते हुए येदियुरप्पा (BS Yediyurappa resignation) इमोशनल हो गए और कहा कि मैं हमेशा अग्निपरीक्षा से गुजरा हूं. सवाल ये है कि येदियुरप्पा के बाद अब राज्य की कमान किसके हाथ होगी? इसे लेकर कई नाम सामने आ रहे हैं. 

CM की रेस में कौन शामिल?

ज़ी बिज़नेस को मिली खबर के मुताबिक, कर्नाटक मुख्यमंत्री पद के सम्भावित नामों में बसवराज बोम्मई, मुरगेश निरानीं के नाम सबसे ऊपर हैं. ये दोनों ही लिंगायत समुदाय से हैं. इनके अलावा अस्वथ नारायण, आर अशोक, सी टी रवि (वोकालिगा) और प्रह्लाद जोशी (ब्राह्मण) का नाम भी चल रहा है.

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लिंगायत समुदाय पर मजबूत पकड़

येदियुरप्पा की लिंगायत समुदाय पर मजबूत पकड़ है. ऐसे में उनके इस्तीफे के बाद भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती इस समुदाय का साधने की होगी. पिछले दिनों कईं लिंगायत मठों के 100 से ज्यादा संतों ने येदियुरप्पा से मुलाकात कर उन्हें समर्थन की पेशकश की थी. साथ ही भाजपा हाईकमान को चेतावनी दी थी कि अगर येदियुरप्पा को हटाया गया तो परिणाम अच्छे नहीं होंगे.

100 विधानसभा सीटों पर लिंगायत प्रभाव

कर्नाटक की राजनीति में लिंगायत समुदाय का बड़ा प्रभाव है. राज्य में कुल लिंगायत समुदाय 17% के आसपास है. राज्य की 224 विधानसभा सीटों में से तकरीबन 90-100 सीटों पर लिंगायत समुदाय का प्रभाव है. मतलब आधी आबादी पर लिंगायत का असर साफ दिखता है. 

16 जुलाई को PM मोदी से मिले थे येदियुरप्पा

येदियुरप्पा ने 16 जुलाई को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद से ही येदियुरप्पा के इस्तीफे की अटकलें तेज हो गई थीं. येदियुरप्पा ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की थी.