Kappa Covid Variant News: भारत में कोरोना वायरस (coronavirus) के नए केसों की संख्या प्रतिदिन 50 हजार से कम आ रहे हैं. देश के कुछ राज्यों में अब भी कोरोना की रफ्तार जोरों पर है. महाराष्ट्र और केरल में ही देश के आधे से ज्यादा केस मौजूद हैं. ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) लगातार लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है. वह कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लगातार लोगों को दिशा-निर्देश दे रही है.

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कोरोना के नए और घातक वैरिएंट्स 'कप्पा' (kappa variant) के नए मामले सामने आने के बाद लोगों के मन में एक बार फिर डर का माहौल है. कप्पा वैरिएंट (Kappa Covid Variant) पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) ने कहा कि यह वायरस भारत के लिए बिल्कुल भी नया नहीं है. कोरोना की दूसरी लहर डेल्टा वेरिएंट के समय ही इस वायरस के बारे में जानकारी मिल गई थी. 

अभी खत्म नहीं हुई है कोरोना से लड़ाई

इस बीच  नीति आयोग के सदस्य (NITI Aayog member) डॉक्टर वीके पॉल (Dr VK Paul) ने इस पर अपनी राय रखी. सरकार की कोविड टास्क फोर्स के मुखिया डॉक्टर वीके पॉल (Dr VK Paul) ने कहा कि कोरोना से लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है. कोरोना की दूसरी लहर का खतरा अभी बरकरार है. इस लहर को पूरी तरह से खत्म करने के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना बेहद आवश्यक है. इसके साथ ही लोगों को सावधान रहने की भी जरूरत है. 

उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट कप्पा की एंट्री

बता दें कि उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का नया वेरिएंट कप्पा का दूसरा केस सामने आने के बाद से ही इसको लेकर चर्चाएं तेज हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय सहित कई विशेषज्ञों और डॉक्टरों ने इस नए वेरिएंट पर चिंता जाहिर की है. डॉक्टर वीके पॉल (Dr VK Paul) ने कहा कि कप्पा वेरिएंट फरवरी और मार्च में भी भारत में मौजूद थी. लेकिन डेल्टा वेरिएंट के अधिक प्रभाव के कारण इसके बारे में ज्यादा जानकारी हासिल नहीं हो सकी थी. डेल्टा वेरिएंट के प्रकोप के पीछे कप्पा कही दब सा गया था, लेकिन अब इसके मामले सामने आने शुरू हो गए हैं. 

डेल्टा प्लस की तरह बेहद खतरनाक है कप्पा वेरिएंट

डेल्टा प्लस की तरह कप्पा वेरिएंट भी भारत के लोगों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है.  विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) पहले ही इसे वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट घोषित कर चुका है. दुनिया के कई देशों में कोरोना के मामले में फिर से तेजी देखने को मिल रही है. यूके, रूस, बांग्लादेश, साउथ कोरिया और इंडोनेशिया जैसे देशों में एकदम से कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में भारत के लिए कोरोना की तीसरी लहर से लोगों को बचाने की कड़ी चुनौती होगी.