Insurance Sector Update: इंश्योरेंस सेक्टर में बड़ा बदलाव देखने को मिलने वाला है. ज़ी बिज़नेस के साथ खास बातचीत के दौरान IRDAI के चेयरमैन देवाशीष पांडे (Debasish Panda) ने कहा कि बड़े रिफॉर्म की तैयारी की जा रही है. आने वाले समय में हर व्यक्ति को इंश्योरेंस देने का टार्गेट सेट किया गया है. जरूरत मंजूरी के लिए ही रेगुलेटर की जरूरत होगी. ये सभी बदलाव अगले 3 महीने में देखें जा सकते हैं, जहां इंडस्ट्री की ग्रोथ को लेकर अनुमान लगाया जा रहा है कि काफी शानदार होने वाली है. 

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IRDAI के मुताबिक, इंश्योरेंस सेक्टर में सॉल्वेंसी से रिस्क बैस्ड नियम जल्द लागू हो सकते हैं. रिस्क बैस्ड नियमों से कंपनियों के लिए कैपिटल लॉक नहीं होगी. इसके अलावा लॉक नहीं हुई पूंजी का इस्तेमाल कंपनियां ग्रोथ में कर सकती है. वहीं बाकी कंपनियों को भी लिस्टिंग का आग्रह किया गया है. कंपनियों की लिस्टिंग से पूंजी की जरूरत कम होगी. नई इंश्योरेंस कंपनी के लिए 100 करोड़ की मिनिमम लिमिट को घटाने के लिए सरकार को एक्ट में संशोधन के लिए कहेंगे. 

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इंडस्ट्री की ग्रोथ में हो सकती है बढ़ोतरी

इसके अलावा अगले  3 महीनों में IRDAI का कहना है कि हर घर तक इंश्योरेंस पहुंचाने का टार्गेट है. री इंश्योरेंस कंपनियों ने सेक्टर को बड़ा सपोर्ट किया है. ऐसे में आगे इंडस्ट्री की ग्रोथ में काफी तेजी देखी जा सकती है. इंश्योरेंस सेक्टर में और ज्यादा निवेश की जरूरत है. साथ ही टेक्नोलॉजी को बड़े पैमाने पर अपनाने की जरूरत है. बैंक मित्र के तौर पर इंश्योरेंस मित्र को तैयार किया जा सकता है. स्टैंडर्ड प्रोडक्ट पर फोकस बढ़ने से मिससेलिंग रुकेगी. इंश्योरेंस रेगुलेशंस सरल होंगे टेक बेस्ड रेगुलेशन होंगे. 

निवेश के नियमों में भी किया जाएगा बदलाव 

बता दें इंश्योरेंस सेक्टर में निवेश के नियमों में काफी बदलाव किया जा सकता है. इंश्योरेंस कंपनी के ऑपरेटिंग कॉस्ट को कम करने के लिए भी नियम बनाएं जाएंगे. रेगुलेटरी एप्रुवल की समय सीमा को भी कम से कम किया जाएगा.