कोविड-19 (Covid-19) के दौर में कई अनोखी चीज़ें देखने और सुनने को मिली हैं, जिनके बारे में पहले शायद ही किसी ने सोचा होगा. मसलन स्टूडेंट घर पर है, लेकिन उसका डिजिटल अवतार यूनिवर्सिटी कॉन्वोकेशन में डिग्री ले रहा है. यह Sci Fi फिल्म का सीन नहीं है, बल्कि IIT बॉम्बे की कॉन्वोकेशन की बात है. यहां स्टूडेंट्स के वर्चुअल अवतार (Virtual Avtaar) ने बड़े दिलचस्प तरीके से अपनी डिग्री ली. इंस्टिट्यूट की 62 साल की हिस्ट्री में ऐसा पहली बार हुआ.

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नोबेल प्राइज विनर प्रोफेसर डंकन हाल्डेन (Duncan Haldane) भी वर्चुअल अवतार में इस कॉन्वोकेशन के चीफ गेस्ट थे. कोरोना संक्रमण की महामारी के इस दौर में जबकि शिक्षण संस्थान बंद हैं, संस्थान की तरफ से पहली बार आयोजित इस वर्चुअल समारोह में न तो छात्र उपस्थित थे, न ही अतिथि, लेकिन डिग्री हासिल करने वाले छात्रों के अहसास को बनाए रखने की भरपूर कोशिश की गई.

कार्यक्रम में शामिल हुए नोबेल विजेता ने कहा कि इस कार्यक्रम से पूरी दुनिया को सीख लेने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बदलते माहौल में भारत नए प्रयोग करने में मजबूती से अपनी दावेदारी दुनिया के सामने पेश कर रहा है. डंकन हाल्डेन ने छात्रों को वर्चुअली संबोधित भी किया.

आईआईटी बॉम्बे के डिजिटल दीक्षा समारोह में छात्रों को मिली डिग्री. सुरक्षा उपायों के मद्देनजर संस्थान ने डिग्री पाने वाले छात्रों के लिए दीक्षा समारोह का आयोजन वर्चुअल रियलिटी मोड में करने का फैसला किया. किसी प्रतिष्ठित संस्थान से डिग्री हासिल करना छात्र के लिए बड़ी उपलब्धि और गौरव की बात होती है. आईआईटी बॉम्बे छात्रों के इस अहसास को कोरोना संक्रमण के कारण दबने नहीं देना चाहता था, इसलिए डिजिटली समारोह का आयोजन किया गया.

संस्थान के मुताबिक, समारोह पूरी तरह वर्चुअल रहा. इसमें डिग्री पाने वाले स्नातक छात्रों से लेकर उसे प्रदान करने वाले मुख्य अतिथि और संस्थान के निदेशक-प्रोफेसर सुभाशीष चौधरी तक के ऑनलाइन अवतार तैयार किए गए थे. मंच पर मुख्य अतिथि का ऑनलाइन अवतार (डिजिटल डमी) उपस्थित रहा. बारी-बारी से छात्रों के डिजिटल अवतार मंच पर पहुंचते रहे और उन्हें मेडल और डिग्रियां दी जाती रहीं. दर्शक दीर्घा में मौजूद छात्रों के डिजिटल अवतार तालियां और सीटी बजा रहे थे.

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बता दें कि जून महीने में IIT बॉम्बे अपने सभी छात्रों को पूरी तरह से ऑनलाइन लेक्चर देने वाला पहला संस्थान बना था. आईआईटी बॉम्बे के निदेशक सुभासिस चौधुरी फेसबुक पोस्ट में कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता हमारे छात्र हैं. मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए हमने तय किया है कि अगला सेमेस्टर पूरी तरह से ऑनलाइन कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि हम छात्रों के स्वास्थ्य के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं कर सकते हैं.