अनलॉक 4.0 (Unlock 4.0) में ज्यादातर काम-धंधों को खोलने की अनुमति दे दी गई है, लेकिन स्कूल-कॉलेज और सिनेमा घरों को अभी 30 सिंतबर तक बंद रखने का ही फैसला किया गया है. इनके बारे अगले महीने कोई निर्णय लिया जाएगा. 

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लेकिन हरियाणा सरकार (Haryana Government) एजुकेशन सेक्टर को पटरी पर लाने के फुल मूड़ में है. सरकार ने ट्रायल के तौर पर करनाल और सोनीपत के दो सरकारी स्कूलों में 10वीं से 12वीं तक की कक्षाएं लगवाने का फैसला किया है. सरकार ने यह फैसला बच्चों के अभिभावकों की इच्छा जानने के बाद किया है. 

जिन स्कूलों को ट्रायल के तौर पर खोला जा रहा है उनमें सोनीपत के बाजीपुर-सबोली गांव का सरकारी उच्चतर स्कूल और करनाल के निगढू का सरकारी उच्चतर माध्यमिक स्कूल शामिल है. इन स्कूलों के बच्चों के माता-पिता से लिखित में मंजूरी ली गई है. 

हरियाणा (Haryana) के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा कि राज्य सरकार स्कूल-कॉलेज खोलने के लिए पूरी तरह से तैयार है. उसे केंद्र सरकार के आदेश का इतंजार है.

राज्य सरकार का कहना है कि स्कूल खोलने के बारे में उसने एक सर्वे कराया था. इस सर्वे में 10वीं और 12वीं स्टूडेंट्स के करीब 85 फीसदी माता-पिता ने स्कूल खोलने पर अपनी सहमति जताई. 

हरियाणा शिक्षा विभाग के इस सर्वे में पाया गया है कि राज्य के कक्षा 10वीं व 12वीं के करीब 85 फीसदी स्टूडेंट्स के पैरेंट्स सितंबर में ही स्कूल खोले जाने के पक्ष में थे. सर्वे में पाया गया कि महामारी के खतरे के बाद भी माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में थे.

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राज्य स्कूली शिक्षा विभाग ने बच्चों के अभिभावकों की राय जानने के लिए ऑनलाइन सर्वे कराया था. सर्वे में 76,019 स्टूडेंट्स के पेरेंट्स शामिल हुए थे. इनमें से 85 फीसदी पेरेंट्स ने स्कूल खोलने पर सहमति जताई है.

बता दें कि अनलॉक 4.0 की गाइडलाइन में केंद्र की सरकार ने 21 सितंबर से 50 फीसदी टीचर और अन्य स्टाफ के साथ स्कूल खोलने की इजाजत दी हुई है.