Cabinet Decision: केंद्र सरकार ने गन्ना किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में आज कैबिनेट और कैबिनेट कमिटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) की बैठक हुई. इसमें कैबिनेट ने गन्ने की फेयर एंड रिम्यूनरेटिव प्राइस (FRP) को बढ़ाने की मंजूरी दी. चीनी वर्ष अक्टूबर से शुरू होता है और अगले साल सितंबर में खत्म होता है. बता दें कि एफआरपी वह मिनिमम प्राइस है, जिस पर चीनी मिल किसानों से गन्ना खरीदना होता है.

किसानों के लिए राहत, चीनी मिलों पर पड़ेगा दबाव

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इस कदम से चीनी मिलों पर दबाव पड़ेगा क्योंकि उन्हें खरीद के लिए अधिक भुगतान करना होगा. वहीं यह किसानों के लिए राहत के रूप में आएगा क्योंकि गन्ना पेराई सीजन इस साल की शुरुआत में शुरू होने वाला है. महाराष्ट्र में सीजन उस महीने के अंत के बजाय 1 अक्टूबर से शुरू होगा. गन्ना पेराई का मौसम आम तौर पर अक्टूबर-नवंबर में शुरू होता है और अप्रैल के मध्य तक जारी रहता है.

 

10-12 लाख टन अतिरिक्त चीनी एक्सपोर्ट पर नोटिफिकेशन

केंद्र ने सितंबर 2022 को समाप्त होने वाले मौजूदा सीजन में अनुमानित घरेलू उत्पादन की तुलना में अधिक 10-12 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दी है. इस पर भी जल्द नोटिफिकेशन जारी हो सकता है. यह अतिरिक्त कोटा मौजूदा 2021-22 सीजन के लिए 10 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति से अधिक होगा. मौजूदा सीजन के लिए इंडस्ट्री ने की थी अतिरिक्त एक्सपोर्ट की मांग. 100 लाख टन एक्सपोर्ट की तय की थी सीमा.