दुनिया में अलग-अलग देशों में फ्रेंडशिप डे को अलग-अलग तारीख पर मनाया जाता है. ज्यादातर देशों में फ्रेंडशिप डे 30 जुलाई को ही मनाया जाता है. कुछ देशों जैसे भारत, बांग्लादेश, मलेशिया, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे राज्य फ्रेंडशिप डे अगस्त माह के पहले रविवार को मनाते हैं. फ्रेंडशिप डे के सेलिब्रेशन की तैयारियों के बीच ये जानना जरूरी है कि आखिर इसके पीछे की कहानी क्या है. फ्रेंडशिप डे हर साल अगस्त महीने के पहले रविवार को ही क्यों मनाया जाता है. तो चलिए आपको बताते हैं इस दिन के बारे में सबकुछ. Friendship Day की शुरुआत कब हुई

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Friendship Day को लेकर कई तरह की कहानियां चलन में है. फ्रेंडशिप डे मनाने की शुरुआत परागुआ से होना बताया जाता है. इन्हीं में एक कहानी के अनुसार World Friendship Day का विचार पहली बार साल 1958 में Dr Ramon Artemio Bracho को आया. उन्होंने इस आइडिया को अपने दोस्तों के साथ शेयर किया. जिसके बाद दोस्तों ने वर्ल्ड मैत्री क्रूसेड (World Friendship Crusade) नाम दिया और ऐसे इसकी शुरुआत हुई.पहली बार 1958 में अंतरराष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे मनाने का प्रस्ताव पेश किया गया था. इसके बाद संयुक्त राष्ट्र ने 30 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे मनाने की घोषणा की थी. दूसरी कहानी

फ्रेंडशिप डे को लेकर दूसरी  कहानी भी काफी फेमस है. ऐसा कहा जाता है कि अमेरिका में 1935 में अगस्त के पहले रविवार के दिन एक शख्स की हत्या कर दी गई थी. जिस व्यक्ति की हत्या की गई उसका एक खास दोस्त था, जब उसे इस घटना की जानकारी मिली तो वे काफी दुखी होकर सदमें में चला गया और उसने आत्महत्या कर ली. दो दोस्तों के बीच ऐसे लगाव को देखकर अमेरिकी सरकार ने अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाने का फैसला लिया और धीरे-धीरे ये दिन प्रचलन में आ गया. इसके बाद भारत सहित अन्य देशों में अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के तौर पर मनाया जाने लगा. फ्रेंडशिप डे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान तब मिली जब यूनाइटेड नेशन में इसे दुनिया भर में मनाने वालों ने प्रस्ताव दिया. वहीं 27 अप्रैल, 2011 को यूनाइटेड नेशन ने हर साल 30 जुलाई को International Friendship Day मनाने का ऐलान किया था.