cyclonic storm ‘Biparjoy’: चक्रवाती तूफान बिपोरजॉय (Biparjoy) ने अपना रास्ता बदल दिया है. मौमस विभाग के अनुसार अब गुजरात में साइक्लोन बिपरजॉय कहर बरपाने आ रहा है. इसका असर गुजरात समेत मंबई में दिखने लगा है. मुंबई में तेज बारिश के साथ हवाएं चल रही हैं. IMD के मुताबिक, अब ये पश्चिम-उत्तर दिशा की तरफ बढ़ रहा है. इसका असर राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में दिखना शुरू हो गया है. मौसम विभाग ने इसको लेकर कई राज्यों में रेड अलर्ट भी जारी किया है. IMD ने गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ जैसे क्षेत्रों में भी रेड अलर्ट जारी कर दिया है. साइक्लोन बिपरजॉय के बढ़ते हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रिव्यू मीटिंग बुलाई है. 

NRF की टीमें की गई तैनात

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बता दें, अरब सागर में उठे चक्रवात बिपरजॉय, जो पहले पाकिस्तान के तट की ओर जाता हुआ प्रतीत हो रहा था, लेकिन अब इसने अब अपना रास्ता बदल लिया है. मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात के 15 जून तक गुजरात में पहुंचने के आसार हैं. सौराष्ट्र, कच्छ समेत 10 जिलों के लिए IMD ने येलो अलर्ट जारी किया है. सुरक्षा के लिहाज से समुद्र से सटे इलाकों में NRF की टीमों को तैनात कर दिया गया है. 

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय पाकिस्तान के तटीय इलाकों की तरफ भी बढ़ रहा है. पाकस मौसम विभाग की मानें तो ये तूफान 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. यहां मूसलाधार बारिश की वजह से 34 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. 

किन राज्यों में होगी भारी बारिश?

मौसम विभाग के अनुसार, 12 जून को केरल, कर्नाटक, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय जैसे इलाकतों में भारी बारिश हो सकती है. 

इन कामों पर लगाया गया ब्रेक

बढ़ते खतरे को देखते हुए मछली पकड़ने पर रोक लगा दी गई है. साथ ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया गया है. साथ ही प्राधिकारी समुद्र तटीय जिलों में रहने वाले लोगों को वहां से हटा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं. इस बात की जानकारी अधिकारियों ने सोमवार को दी है. 

तटीय देवभूमि द्वारका में अधिकारियों ने बताया कि अब तक करीब 1,300 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने ताजा बुलेटिन में बताया कि ‘अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान’ के उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और सौराष्ट्र, कच्छ और मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को 15 जून को दोपहर तक पार करने की संभावना है. तब तक यह ‘बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान’ बन जाएगा और इस दौरान 125-130 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से हवा चलने की संभावना है.