Corona Vaccine पर बड़ी खबर! इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए सीरम इंस्टिट्यूट करेगा अप्लाई
Serum Institute Of India अगले दो हफ्तों में कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी के लिए अप्लाई करेगा.
Covid-19 Vaccine: भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर बड़ी खबर है कि यहां कोविड-19 के मरीजों के लिए इसी साल टीका (Corona Vaccine) मुहैया हो सकता है. वैक्सीन तैयार कर रहे सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute Of India) अगले दो हफ्तों में कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी के लिए सरकार के समक्ष अप्लाई करेगा. इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) ने यह जानकारी दी है.
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कोविड-19 टीकों की संख्या के हिसाब से विश्व की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनी है. सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि कोरोना वैक्सीन में देरी नहीं है. उनकी दवा कोविशील्ड के ट्रायल के नतीजे बहुत अच्छे रहे हैं. पूनावाला ने बताया कि कोवीशील्ड (Covishield) के इमरजेंसी में इस्तेमाल की मंजूरी के लिए जल्द ही अप्लाई किया जाएगा. अदार पूनावाला ने बताया कि कोविशील्ड के ट्रायल के नतीजे बहुत ही अच्छे रहे हैं.
वैक्सीन से नहीं फैलेगा संक्रमण
अदार पूनावाला ने कहा कि जिस व्यक्ति को भी कोवीशील्ड का टीका दिया जाएगा, वह संक्रमण नहीं फैलाएगा. वैक्सीन लेने के बाद अस्पताल जाने की जरुरत नहीं रह जाएगी.
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उन्होंने कहा कि कोवीशील्ड (Corona Vaccine Covishield) से मृत्यु दर को कम करने भी मदद मिलेगी. इससे मरीजों के हॉस्पिटल में भर्ती होने की संभावना भी शून्य प्रतिशत होने की उम्मीद है. इस टीके से कोरोना वायरस का असर 60 फीसदी तक कम हो जाएगा.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) और दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) की वैक्सीन को भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया तैयार कर रहा है और यहां इसे कोवीशील्ड (Covishield) नाम से तैयार किया जा रहा है.
पीएम ने किया सीरम इंस्टीट्यूट का दौरा (PM Modi Visit Serum Institute)
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट (SII) सहित कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) बना रहे देश के तीन केंद्रों का दौरा किया था. उन्होंने पुणे, अहमदाबाद और हैदराबाद की यात्रा की थी.
पीएम मोदी ने अहमदाबाद के जायडस बायोटेक पार्क, पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट और हैदराबाद में जिनोम वैली स्थित भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड का मुआयना करके कोरोना वैक्सीन की प्रगति की समीक्षा की.
इंग्लैंड में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी (Oxford University) और एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) कंपनी ने मिलकर जो टीका तैयार किया है, उसे AZD1222 नाम दिया है. ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन (Oxford Vaccine) के ट्रायल दो तरह से हुए हैं. एक ट्रायल में इंग्लैंड में पहले आधा डोज और फिर एक महीने बाद पूरा डोज दिया गया. इस तरीके में वैक्सीन 90 फीसदी तक प्रभावी पाई गई.
वैक्सीन की खासीयत
- ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का नाम है AZD1222.
- 2 से 8 डिग्री तापमान पर स्टोर करके रखी जा सकती है यह वैक्सीन.
- घर के फ्रीज में इसे 6 महीने तक स्टोर किया जा सकता है.
- तीसरे फेज के ट्रायल में 70 फीसदी तक असरदार.
- ट्रायल के दौरान किसी पर भी गलत असर नहीं हुआ.
- वैक्सीन की दो खुराक की कीमत 1000-1200 रुपये है.
- भारत में इस वैक्सीन का नाम कोवीशील्ड है.