उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में कोरोना वायरस (Coronavirus Pandemic) के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. इस संक्रमण को रोकने के लिए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन (Lockdown) लागू है. लॉकडाउन के बाद भी यूपी में कोरोना के मरीजों की संख्या (coronavirus cases) कम होने के नाम नहीं ले रही है. हालात को देखते हुए प्रदेश सरकार ने कोरोना के हॉट स्पॉट बने 15 जिलों को पूरी तरह से सील कर दिया है. 

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राज्य के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी (Chief Secretary RK Tiwari) ने संबंधित जिले के जिलाधिकारियों को लॉकडाउन के सख्ताई से पालन कराने के निर्देश जारी किए हैं. 

मुख्य सचिव ने बताया कि 13 अप्रैल के इन जिलों की स्थिति की समीक्षा की जाएगी और हालात को देखते हुए आगे का फैसला किया जाएगा. 

ये जिले हुए सील

आदेश में जिन जिलों को सील करने की बात कही गई है उनमें आगरा (Agra), लखनऊ (Lucknow), गाजियाबाद (Ghaziabad), गौतमबुद्ध नगर, कानपुर (Kanpur), वाराणसी, शामली, मेरठ (Meerut), बरेली, बुलंदशहर, बस्ती, फिरोजाबाद, सहारनपुर, महाराजगंज और सीतापुर (Sitapur) शामिल हैं.

मुख्य सचिव आरके तिवारी ने बताया कि इन जिलों में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है. 

कर्फ्यू पास कैंसिल होंगे

मुख्य सचिव ने इन जिलों के अधिकारियों से कहा है कि लॉकडाउन में आवश्यक सेवाओं के लिए जारी किए गए कर्फ्यू पासों की फिर से समीक्षा की जाए और अनावश्यक पासों को रद्द किया जाए. 

सामान की होम डिलीवरी

इन जिलों में सब्जी मंडी समेत तमाम दुकानें बंद रहेंगी. केवल स्वास्थ्य सेवाएं ही बहाल रहेंगी. लोगों की जरूरत का सामान घर-घर पहुंचाया जाएगा. 

 

घरों का होगा सैनिटाइजेशन

मुख्य सचिव ने अपने आदेश में कहा है कि इन 15 जिलों के घर-घर की जांच की जाएगी और कोरोना मरीजों का पता लगाया जाएगा. हर घर को सैनिटाइजेशन किया जाएगा. 

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बिना मास्क के निकलने पर रोक

मुख्य सचिव ने अपने आदेश में कहा है कि इन जिलों में आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मचारी भी बिना मास्क लगाए अपने घरों से नहीं निकलेंगे. सरकार ने लोगों से तीन परत वाले मास्क (Face Mask) का इस्तेमाल करने की सलाह दी है, जो लोग मास्क पहने बिना पकड़े जाएंगे उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.