मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal) में कोरोना वायरस मरीजों (Coronavirus patients) की संख्या बढ़ने के कारण जिला प्रशासन ने आज रविवार की आधी रात से टोटल लॉकडाउन (Total lockdown) किए जाने का फैसला लिया है. यहां अब सिर्फ दूध और दवा की दुकानें ही खुलेंगी, रोजाना जरूरत का बाकी सामान घरों तक पहुंचाया जाएगा.

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भोपाल के कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी भोपाल तरुण पिथोड़े के निर्देश पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी सतीश कुमार ने 5 अप्रैल रात 12 बजे से भोपाल को पूरी तरह लॉकडाउन (completely lockdown) करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.

राजधानी में दो आईएएस अफसरों और एक स्वास्थ्य अधिकारी के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के साथ मरीजों की संख्या अचानक बढ़ जाने के चलते जिला प्रशासन को 'टोटल लॉकडाउन' का फैसला लेना पड़ा है.

घर-घर पहुंचाया जाएगा जरूरत का सामान

आदेश में साफ कहा गया है  कि अब भोपाल पूरी तरह से लॉकडाउन रहेगा. करोद मंडी भी अगले आदेश तक बंद रहेगी. व्यापारी किसानों से सब्जी वगैरह खरीदकर नगर निगम के माध्यम से बेचेंगे. किराना दुकान और अन्य दुकानों को दी गई छूट खत्म कर दी गई है. शहर के पेट्रोल पंप भी बंद रहेंगे.

ऑफिशियल होम डिलिवरी के अलावा बाकी सभी दुकानें बंद रहेंगी. इस दौरान होम डिलिवरी, दूध पार्लर और दवा की दुकानें खुली रहेंगी. 

शासन के कामों में और बहुत जरूरी सेवा में लगे हुए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के वाहनों को इस प्रतिबंध से छूट रहेगी. मीडिया और उनके प्रतिनिधियों को भी कहीं आने-जाने की छूट रहेगी.

बाहर निकलने पर गिरफ्तारी

लॉकडाउन (Lockdown) में निजी वाहन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिए गए हैं.  किसी भी क्षेत्र में आवाजाही पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगी. कंटेंटमेंट क्षेत्र से बाहर जाना और जोन के बाहर पाए जाने पर आदेश का उल्लंघन माना जाएगा और संबंधित व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाएगा. सड़क पर कोई भी व्यक्ति घूमते पाए जाने पर गिरफ्तार कर कानूनी कर्रवाई की जाएगी. आपातकालीन सेवाओं के अलावा अन्य सभी कारणों के लिए दिए गए पास भी रद्द कर दिए गए हैं.

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इंदौर में भी टोटल लॉकडाउन

बता दें कि इंदौर में पहले से ही टोटल लॉकडाउन चल रहा है. यहां पेट्रोल पंप और राशन की दुकानें पूरी तरह से बंद हैं. यहां पहले 3 दिन के लिए टोटल लॉकडाउन किया गया था, लेकिन कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के बाद इसे 7 दिन के लिए और बढ़ा दिया गया.