Coronavirus के इलाज की दवा जल्‍द आ सकती है. दवा बनाने वाली कंपनी सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज (Sunpharma) ने कोविड-19 (covid 19) मरीजों के इलाज के लिए पौधे से बनी दवाई एक्यूसीएच (AQCH) के असर का पता लगाना शुरू कर दिया है. इस समय दवाई को लेकर दूसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है.

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सन फार्मा के मुताबिक कंपनी को drug controller से इस साल अप्रैल में पौधै से मिली सामग्री से तैयार दवा के क्लिनिकल ट्रायल की इजाजत मिल गई है. 

कंपनी के मुताबिक क्लिनिकल टेस्‍ट देश के 12 केंद्रों पर 210 मरीजों के बीच किया जाएगा. इसमें मरीजों के लिए इलाज का समय 10 दिन होगा. क्लिनिकल टेस्‍ट का नतीजा अक्टूबर 2020 तक आने की उम्मीद है. 

सन फार्मा ने कहा कि एक्यूसीएच का इंसान पर सुरक्षा अध्ययन पूरा हो गया और इस दवा को दूसरे चरण के परीक्षण के लिए सुरक्षित पाया गया है. कंपनी के अनुसार एक्यूसीएच का विकास डेंगू के लिए किया जा रहा है. 

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बता दें कि दुनियाभर में कई जगह अलग-अलग ड्रग के क्लिनिकल ट्रायल चल रहे हैं. ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल (Glenmark Pharmaceuticals) को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए फैविपिराविर (Favipiravir) एंटीवायरस टैबलेट के क्लिनिकल ट्रायल की मंजूरी मिली है. ग्लेनमार्क ने पहले फैवीपिरावीर (Favipiravir) नाम की दवा के साथ फेज़ 3 क्लीनिकल ट्रायल कर रही है.

कंपनी कोरोना वायरस से संक्रमित चुनिंदा 150 मरीजों पर इसका परीक्षण करेगी. मरीज पर परीक्षण की अवधि 14 दिन से ज्यादा नहीं होगी. क्लिनिकल ट्रायल का पूरा प्रोसेस 28 दिन से ज्यादा नहीं होगा.