आए दिन सोशल मीडिया (Social Media) पर कोविड (Covid 19) से जूझ रहे मरीज़ सरकार से गुहार लगाते है कि मंदी के इस दौर में इलाज का खर्च से जेब पर बेहद भारी पड़ता है. कोविड के ट्रीटमेंट में बात सिर्फ RT- PCR टेस्ट, ऑक्सीजन या ज़रूरी दवाओं पर ही नहीं रूकती है. पॉज़िटिव से नेगेटिव होने तक और उसके बाद पोस्ट ट्रीटमेंट भी कई तरह के टेस्ट मरीज़ को करवाने पड़ते हैं जैसे कि HRCT चेस्ट, IL-6, D-Dimer, LDH, CRP, Ferritin, Procalcitonin. इन टेस्ट के लिए कई प्राइवेट लैब अपनी मन मर्जी रेट मरीज़ों से चार्ज कर रहे है.

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प्राइवेट हस्पतालों और लैब्स की इसी धांधली (Overcharging by private hospitals) को रोकने के लिए हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने इन ज़रूरी टेस्टों की क़ीमत भी तय कर दी है. राज्य के Spokesperson की माने तो उन्हें आए दिन निजी हस्पतालों की, प्राइवेट लैब्स और प्राइवेट डॉयग्नोस्टिक की तरफ ms इन टेस्टों के मनमाफिक रेट और लूटपाट की शिकायतें सुनने को मिलती थी. जिस वजह से राज्य में इन टेस्ट के रेट कम किए गए है. नए रेट लिस्ट के अनुसार

CT/ HRCT 2100 रुपये

IL- 6 1000 रुपये

D-Dimer 400 रुपये

LDH 250 रुपये

CRP 350 रुपये

Procalcitonin 1500 रुपये

Ferritin 300 रुपये है

अगर कोई होम टेस्टिंग (Home Testing) की सुविधा चुनता है तो खर्च 200 रुपये और बढ़ जाएगा. हालांकि CT स्कैन का यह रेट उन CT स्कैन सेंटर के लिए नहीं जो राज्य हेल्थ डिपार्टमेंट को PPP मोड में सर्विस दे रही है. उनके लिए पहले वाले रेट ही लागू होंगे.

Galaxy Healthcare के CEO डॉक्टर उमेश गायकवाड़ की माने तो, हरियाणा की राह पर बाक़ी राज्यों को भी इन टेस्ट के रेट कैप कर देने चाहिए. यह टेस्ट कोविड के इलाज में ज़रूरी है और सिर्फ स्पेशेलिस्ट डॉक्टर के कहने पर ही इन टेस्टों को करवाना चाहिए। क्योंकि इन टेस्ट का वॉल्यूम कोविड में काफी तेजी से बढ़ गया है इसीलिए प्राइवेट लैब को इसका फ़ायदा मरीज़ों तक पहुंचाना चाहिए.

हरियाणा में स्थित हेल्थियन्स लैब के डायरेक्टर निशांत सिंघल ने राज्य सरकार की ओर से कोविड के बाक़ी ज़रूरी टेस्ट के रेट कैप करने के फ़ैसले का समर्थन करते हुए कहा, अगर हरियाणा सरकार रीएजेंट दूसरे देशों से इंपोर्ट करने की बजाय राज्य में मैन्यूफ़ैक्चरिंग में मदद करें तो कई टेस्ट के रेट देश भर में और कम हो सकते है.

हरियाणा राज्य सरकार ने यह साफ़ किया है कि अगर कोई प्राइवेट लैब या प्राइवेट हस्पताल तय रेट से ज़्यादा चार्ज करते है तो उन पर IPC धारा 188 के तहत FIR दर्ज हो सकती है. राज्य में कोविड का इलाज सरकारी हस्पतालों में फ्री है लेकिन, टेस्टों की यह लूटपाट प्राइवेट हस्पतालों में खूब हो रही थी.

हरियाणा सरकार का यह फ़ैसला कोविड की मंदी के दौर में राज्य के मरीज़ों के लिए राहत की खबर और दूसरे राज्यों के लिए एक उम्मीद भरी खबर क्योंकि इन दिनों कई राज्यों में निजी हस्पताल इस आपदा में मुनाफ़ा कमाने के चक्कर में मरीज़ों की परेशानी का फ़ायदा उठा रहे है. हालांकि, कई राज्यों में CT/ HRCT के लिए 6000 रुपये तक चार्ज कर रहे हैं. ऐसे में यह राहत देश भर में लोगों को मिलनी चाहिए. आपदा में बिज़नेस ठप्प और प्राइवेट प्लेयर की यह मनमानी क्राइम से कम नहीं.

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