Royal Enfield to make e-bike: कभी-कभी छोटे बच्चे के कुछ ऐसा कारनामा कर जाते हैं जो सुर्खियां बटोरने लगती है. इनके ज्ञान का खजाना इतना बड़ा होता की बड़े-बड़े लोग भी इनकी प्रतिभा को जानकर आश्चर्य में पड़ जाते हैं. भारत में अजीबो-गरीब प्रतिभा वाले कई लोग रहते हैं. इन लोगों के बारे में अक्सर आप किसी न्यूज पेपर या चैनल में पढ़ते सुनते होंगे. ऐसी ही एक अजीबोगरीब प्रतिभा का मामला दिल्ली के सुभाष नगर से सामने आया है. 

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सुभाष नगर स्थित सर्वोदय बाल विद्यालय के 9वीं क्लास में पढ़ने वाले राजन ने इलेक्ट्रिक बाइक बनाने का काम किया.  राजन के इस कमाल को देख हर कोई हैरान है. दरअसल, मायापुरी कबाड़ मार्केट से 10 हजार रुपये में एक बाइक खरीदकर राजन ने उसे इलेक्ट्रिक बाइक में बदलने का कारनामा किया. राजन की इस काम में कुछ लोगों ने उसकी मदद भी की. कबाड़ के जुगाड़ से बना यह इलेक्ट्रिक बाइक पूरे इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. लोग दूर-दूर से इस बाइक को देखने के लिए आ रहे हैं. 

ई-बाइक से पहले कर चुके हैं  ई-साइकिल का निर्माण

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राजन ने बताया कि इससे पहले मैंने एक ई-साइकिल बनाई लेकिन स्पीड ब्रेकर को सही तरह से साइकिल में स्थापित नहीं कर पाया. जिस कारण एक दिन मैं सवारी के दौरान उस पर से गिर गया और चोटिल हो गया. चूंकि मेरा स्कूल बंद था, इसलिए मैंने पास की मरम्मत की दुकान से बाइक के तकनीकी पहलुओं के बारे में सीखा. फिर मैंने अपने माता-पिता को एक स्क्रैप डीलर और अन्य आवश्यक भागों से एक पुरानी बाइक खरीदने के लिए राजी किया, जिसकी कुल कीमत 45000 रुपये थी. मैं इस बार सफल हुआ और एक इलेक्ट्रिक बाइक बनाने में कामयाब रहा. 

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50 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड से दौड़ती है यह बाइक

राजन ने यह बाइक महज तीन दिन में बना ली थी, लेकिन इससे जुड़े सामान को इकट्ठा करने में उन्हें करीब 3 महीना का समय लग गया. इस दौरान वह लगातार गूगल और यूट्यूब से ई-बाइक के बारे में जानकारी हासिल करते रहे. इस बाइक में 48 वाल्ट का चार्जर लगाया है और इस घर पर ही चार्ज किया जा सकता है. इस ई-बाइक की स्पीड 50 किलोमीटर प्रतिघंटा है और हाइवे पर इसकी स्पीड 80किलोमीटर प्रतिघंटा कि रफ्तार तक हो सकती है. बाइक के फीचर्स कमाल के हैं और सबसे जरूरी बात इस तरह के ई-बाइक के इस्तेमाल से पेट्रोल की टेंशन भी खत्म होती है.