Mysterious Fever in China: चीन में कुछ दिनों से बच्चों में माइकोप्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू के केस सामने आ रहे है. इसके अलावा कई बुखार के केस भी देखने को मिल रहे हैं.  इस अलग-अलग बुखार को कुछ देश रहस्यमयी यानी mysterious बुला रहे हैं तो मेडिकल एक्सपर्ट इसे cocktail of virus का नाम दे रहे हैं. चीन के आधिकारिक बयान के मुताबिक, ये कई तरह के वायरस का अचानक एक साथ हुआ हमला है जिसने लोगों को बीमार किया है. रेस्पिरेटरी सिस्टम पर अटैक करता है वायरस

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श्वास रोग विशेषज्ञ, डॉ आशीष जायसवाल के अनुसार,  चीन में इस समय RSV - respiratory synctical viruses नाम का एक नया वायरस  फैला है. ये अपर रेस्पिरेट्री सिस्टम पर हमला करने वाला वायरस है. इसका  इंफेक्शन सांस की नली से शुरु होता है. इसके अलावा Adenovirus भी एक तरह का वायरस के केस मिल रहे हैं.  

ये कॉमन फ्लू यानी साधारण खांसी जुकाम और बुखार की वजह बनता है. वहीं Mycoplasma pneumonia एक तरह का बैक्टीरिया से फैलने वाला  इंफेक्शन है. इसे walking pneumonia भी कहते हैं. ये भी droplet infection है यानी खांसने छींकने से यह फैल सकता है. इसके इलाज के लिए antibiotics दवाएं दी जाती हैं.

गंभीर मरीजों को अस्पताल में करना होगा भर्ती डॉक्टर के अनुसार, RSV - respiratory synctical viruses, Adenovirus, Mycoplasma pneumonia अगर एक साथ फैले तो मरीज को एक से ज्यादा वायरस एक साथ अटैक कर सकता है. इसे cocktail of virus या पैथोजन मिक्सिंग कहा जाता है. इसके शिकार मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है. इन टेस्ट की मदद से डिटेक्ट होगा वायरस एक्सपर्ट के मुताबिक, भारत में भी दीवाली के बाद से फ्लू के अलग- अलग वायरस लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं लेकिन उसकी वजह air pollution और सर्दियों का मौसम है. इन वायरस की पहचान के लिए ब्लड टेस्ट और कोरोना की तरह नेजल स्वैब का सैंपल लेकर RTPCR TEST किया जा सकता है.   अभी तक कोई मौत की खबर नहीं स्टार इमेजिंग लैब के निदेशक डॉ समीर भाटी के मुताबिक अभी हर आयु वर्ग के केस आ रहे हैं लेकिन कुछ लोग टेस्ट करवाने में देरी कर देते हैं जिससे तब तक मरीज गंभीर निमोनिया की चपेट में आ जाता‌‌ है. इससे बचना चाहिए. पल्मनरी मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ  आशीष जायसवाल के मुताबिक चीन से फिलहाल कोई मौत रिपोर्ट नहीं हुई है लेकिन चीन पर सूचनाएं छिपाने और वायरस को लैब में बनाने के गंभीर आरोप पहले लग चुके हैं इसलिए अलर्ट रहना जरूरी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दी समीक्षा करने की सलाह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने हाल ही में चीन में निमोनिया और इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामले पर तुरंत समीक्षा करने की सलाह दी थी. सरकार ने कहा कि चीन के बच्चों में माइकोप्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू फैलने के मद्देनजर सरकार लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और जरूरी कदम उठा रही है. मंत्रालय ने सभी राज्यों को यह खास निर्देश दिया है कि वो अस्पतालों में मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण करें. साथ ही इन्फ्लूएंजा और सर्दियों के मौसम में ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह भी दी गई है. 'चिंता करने वाली कोई बात नहीं' कोरोना महामारी के तीन साल बाद चीन में सांस संबंधी बीमारियों की लहर देखी जा रही है. इसके चपेट में सबसे ज्यादा बच्चे आ रहे हैं. सभी राज्यों को covid-19 पर होने वाले हालात के मद्देनजर अभी से ही सभी को बारीकी से ध्यान रखने को कहा है. सरकार ने बताया कि सांस संबंधी बीमारियां आजकल ज्यादा देखने को मिल रही है. जिनमें इंफ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और SARS-CoV-2 है. लेकिन अभी इसको लेकर चिंता करने वाली कोई बात नहीं है.