पति-पत्नी दोनों को मिला नोबेल पुरस्कार, जानिए कौन हैं अभिजीत विनायक बनर्जी?
अभिजीत बनर्जी ने अर्थव्यवस्था पर ढेर सारे लेख और पुअर इकनॉमिक्स समेत कई किताबें लिखी हैं. उनकी Poor Economics को गोल्डमैन सैश बिजनेस बुक ऑफ द ईयर का खिताब मिल चुका है.
नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) की फेहरिस्त में भारत का एक और नाम जुड़ गया है. भारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee) को साल 2019 के लिए अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है. एस्थर डुफ्लो (Esther Duflo) और माइकेल क्रेमर (Michael Cramer) के साथ अभिजीत बनर्जी को ये पुरस्कार दिया गया है. वैश्विक गरीबी और भुखमरी को दूर करने में किए गए योगदान के लिए इन तीनों अर्थशास्त्रियों को एकसाथ नोबल पुरस्कार दिया गया है. उनके साथ नोबल पाने वाली एस्थर डुफ्लो, अभिजीत की पत्नी हैं. दोनों ने 2015 में विवाह किया था.
नोबल पाने वाले 9वें भारतीय
नोबल पुरस्कार हासिल करने वाले अभिजीत बनर्जी 9वें भारतीय बन गए हैं. इनसे पहले 2014 में बच्चों के अधिकारों पर काम करने वाले कैलाश सत्यार्थी को इस सम्मान से नवाजा गया था.
नोबल पुरस्कार हासिल करने वाले सबसे पहले भारतीय रविंद्रनाथ टैगोर थे. उन्हें साल 1913 में इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उनके बाद 1930 में वैज्ञानिक चंद्रशेखर वेंकटरमण, 1968 में हरगोबिंद खुलाना, 1979 में मदर टेरेसा, साल 1983 में सुब्रमण्यम चंद्रशेखर, 1998 में अमर्त्य सेन और 2009 में वेंकट रामाकृष्णन को यह सम्मान मिल चुका है.
कोलकाता में जन्में, JNU में की पढ़ाई
58 वर्षीय अभिजीत बनर्जी (Abhijit Banerjee) का जन्म कोलकाता (Kolkata) 21 फरवरी, 1961 में हुआ था. बनर्जी ने कोलकाता यूनिवर्सिटी, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) और हार्वर्ड विश्वविद्यालय (Harvard University) में तालीम हासिल की. उन्होंने 1988 में पीएचडी की उपाधि हासिल की.
माता-पिता, दोनों अर्थशास्त्र के प्रोफेसर
अभिजीत बनर्जी के माता-पिता, दोनों ही अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे हैं. उनकी माता निर्मला बनर्जी (Nirmala Banerjee) सेंटर फॉर स्टडीज इन सोशल साइंसेज में अर्थशास्त्र की प्रोफेसर रह चुकी हैं और पिता दीपक बनर्जी कलकत्ता के प्रसिडेंट कॉलेज (Presidency College, Calcutta) में अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष थे.
अभिजीत बनर्जी इस समय मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (Massachusetts Institute of Technology) में अर्थशास्त्र के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रेाफेसर हैं.
एस्थर डफ्लो के साथ शादी
अभिजीत ने अरुणधति तुली बनर्जी से विवाह किया था. लेकिन बाद में उनका तलाक हो गया. अरुणधति तुली एमआईटी (MIT) में साहित्य की लेक्चरार रही हैं. साल 2015 में एमआईटी की एक अन्य प्रोफेसर एस्थर डफ्लो (Esther Duflo) के साथ विवाह कर लिया.
Poor Economics से आए चर्चा में
अभिजीत बनर्जी ने अर्थव्यवस्था पर ढेर सारे लेख और पुअर इकनॉमिक्स (Poor Economics) समेत कई किताबें लिखी हैं. उनकी Poor Economics को गोल्डमैन सैश बिजनेस बुक ऑफ द ईयर का खिताब मिल चुका है. इस किताब की रचना बनर्जी ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर की थी. यह किताब वैश्विक मंदी पर आधारित है.
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इस किताब में लेखक ने बताया है कि गरीब वास्तव में कैसे सोचते हैं और वे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, बचत, उद्यमशीलता और कई अन्य मुद्दों जैसे मामलों पर फैसला लेने में अहम भूमिमा अदा करते हैं.