Delhi Govt on Air Pollution: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इन दिनों वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खतरनाक श्रेणी में है. दिल्ली सरकार द्वारा पिछले दिनों वायु गुणवत्ता के बिगड़ने पर स्कूल, कॉलेज, शैक्षणिक संस्थान, कोचिंग संस्थान, प्रशिक्षण केंद्रों पर वायु गुणवत्ता के आयोग के अगले आदेश तक रोक लगा दी गई थी. अब राज्य सरकार ने इस निर्णय को आगे के लिए बढ़ा दिया है. दिल्ली के वायु प्रदूषण को ठीक करने के लिए सरकार अलग-अलग तरह के मापदंड अपना रही है.

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न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली सरकार द्वारा निजी ऑपरेटरों से किराए पर ली गईं करीब 550 बसें सोमवार से “पर्यावरण सेवा” के तहत महानगर की सड़कों पर चलने लगेंगी. इसका मकसद राष्ट्रीय राजधानी में खतरनाक वायु गुणवत्ता के मद्देनजर निजी वाहनों से सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने में लोगों की मदद करना है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. दिल्ली सरकार ने हाल में निजी ऑपरेटरों से 1,000 सीएनजी बसें किराए पर लेने का फैसला किया है.

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महिलाएं फ्री में कर सकेंगी बस से सफर

ये बसें डीटीसी बसों के रूट पर ही चलाई जाएगी और इसका किराया भी डीटीसी बसों पर लगने वाला किराया इतना ही होगा. वहीं महिलाओं के लिए इन बसों में फ्री सफर करने की सुविधा होगी. परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि अब तक, 750 से अधिक बसों को पंजीकृत किया गया है, जिनमें से लगभग 550 को पर्यावरण सेवा के तहत सोमवार से सड़कों पर उतारा जाएगा. ये बसें सार्वजनिक परिवहन में वृद्धि करेंगी.'' 

पिछले महीने ही बसों को दी गई थी पूरी क्षमता के साथ चलाने की अनुमति

अधिकारियों ने कहा कि निजी ऑपरेटरों से किराए पर ली गई बसें अपने वाहनों का उपयोग करने वाले लोगों को सार्वजनिक परिवहन का विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहित करेंगी. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने शहर में वायु प्रदूषण (Air Pollution) के खतरनाक स्तर को देखते हुए शनिवार को बसों और मेट्रो में यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति दी थी. पिछले महीने बसों और मेट्रो सेवाओं को पूरी क्षमता के साथ चलाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कोविड-19 महामारी के मद्देनजर भीड़ न लगे, इसलिये यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं दी गई थी.