चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों (Lok Sabha election 2019) का शंखनाद कर दिया है. आगामी लोकसभा चुनाव भारत के इतिहास में सबसे महंगा चुनाव तो होंगा ही, साथ ही दुनिया के इतिहास में ये अब तक का सबसे महंगा चुनाव साबित हो सकता है. अमेरिका स्थित एक एक्सपर्ट ने ये अनुमान जताया है. उनका कहना है कि दुनिया के किसी भी लोकतांत्रिक देश के मुकाबले भारत के आम चुनाव अधिक महंगे साबित होंगे. 

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चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया है. लोकसभा चुनाव 7 चरणों में संपन्न होंगे और 11 अप्रैल को प्रथम चरण का होगा चुनाव. 23 मई को मतगणना होगी.

कार्नेगी एंडॉमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस थिंक-टैंक में साउथ एशिया प्रोग्राम के वरिष्ठ फेलो और डायरेक्टर मिलन वैष्णव ने बताया, '2016 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव और कांग्रेस चुनाव में कुल 6.5 (4.62 खरब रुपये) अरब डॉलर खर्च हुए थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में एक अनुमान के मुताबिक 5 अरब डॉलर (3.55 खरब रुपये)  खर्च हुए थे. इस तरह 2019 के चुनाव में अमेरिकी चुनाव से अधिक ही खर्च होगा और इस तरह भारत के चुनाव दुनिया का सबसे महंगा इलेक्शन होगा.'

उन्होंने बताया 'आगामी चुनावों में जारी अनिश्चितता के चलते बीजेपी और विपक्ष के बीच थोड़ा अंतर ही रहेगा. इसके चलते राजनीतिक दलों में अधिक से अधिक खर्च करने की होड़ होगी.' भारतीय चुनाव में खर्च और फंडिंग के बारे में मिलन वैष्णव की राय को काफी विश्वसनीय माना जाता है. उन्होंने कहा कि अगर 2014 के मुकाबले इस बार खर्च दोगुना हो जाए, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए.