वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और मोदी सरकार ने बीते शुक्रवार को इकोनॉमी में कॉर्पोरेट टैक्स सहित कई तरह के टैक्स में जबरदस्त छूट का ऐलान कर दिया. आपको बता दें, ज़ी बिज़नेस के मैनेजिंग एडिटर अनिल सिंघवी ने इन टैक्स में कटौती की मांग को सबसे पहले सामने रखा था. जैसे ही टैक्स में कटौती की घोषणा हुई, घरेलू मार्केट में शानदार तेजी देखी गई. अनिल सिंघवी ने ऐसी स्थिति में बाजार के इस सेंटिमेंट को लेकर पहले ही बता दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर मोदी सरकार 2.0 कॉर्पोरेट टैक्स में कमी लाकर इंडिया इंक को बूस्टर शॉट देती है तो बाजार और बिजनेस वर्ल्ड में एक नई इनर्जी आ जाएगी. सरकार का यह एक बड़ा कदम होगा और स्टॉक मार्केट में रिकॉर्ड उछाल देखने को मिलेगा.

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इंडस्ट्री ने भी सरकार की इस बड़ी पहल का स्वागत किया है. उनका मानना है कि इससे इकोनॉमी में तेजी देखने को मिलेगी. एसबीआई चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि इस कदम से ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत प्रभावी तौर से जुड़ जाएगा और मेक इन इंडिया कैम्पेन को बड़ी मदद मिलेगी. हर तरह की कंपनी के लिए कॉर्पोरेट टैक्स में इतनी बड़ी कटौती शायद बीते 28 सालों में सबसे बड़ा रिफॉर्म है. इस तरह के रेट कट से वस्तुओं की कीमतों में कमी आएगी. उन्होंने कहा कि इससे भारत में विदेशी कंपनियों के लिए भारत में नए मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के मौके होंगे. भारत में इनका निवेश बढ़ेगा. 

बाजार में पॉजिटिव सेंटिमेंट मजबूत होगा

इस बीच, एसोचैम के प्रेसिडेंट बी. के. गोयनका ने जी बिजनेस से कहा कि सरकार की तरफ से लिया गया यह फैसला ऐतिहासिक है. उन्होंने कहा कि वित्तमंत्री की तरफ से यह अनाउंसमेंट बिल्कुल सही समय पर हुआ है. यह बाजार में पॉजिटिव सेंटिमेंट को और मजबूती देगा. यहां तक कि टैक्स एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि इस फैसले से इंडियन इकोनॉमी को तेज रफ्तार में दोबारा लौटने में मदद मिलेगी. Cyril Amarchand Mangaldas के पार्टनर और हेड (टैक्सेशन) एस. आर. पटनायक का कहना है कि यह एक बेहद जरूरी और हिम्मत भरा फैसला है. इससे बाजार और इंडस्ट्री को काफी मदद मिलेगी. 

कॉर्पोरेट टैक्स में बड़ी राहत

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घरेलू कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स (बिना किसी छूट के) को घटाकर 22 प्रतिशत कर दिया. साथ ही इन कंपनियों को मिनिमम अल्टरनेट टैक्स यानी MAT देने की जरूरत नहीं होगी. सेस और सरचार्ज के यह टैक्स 25.17 प्रतिशत होगा. इसके अलावा वित्त मंत्री ने नई घरेलू कंपनियों के लिए कॉर्पोरेट टैक्स महज 15 प्रतिशत कर दिया है. मैन्युफैक्चरिंग में फ्रेश निवेश करने वाली कंपनियों को इसका फायदा मिलेगा. 

एनबीएफसी सेक्टर को भी है उम्मीद

वित्त मंत्री की इस बड़े कदम से एनबीएफसी सेक्टर को भी काफी उम्मीदें हैं. Muthoot Pappachan ग्रुप के सीएमडी थॉमस जॉन मुथूट का कहना है कि टैक्स में छूट की इन अनाउंसमेंट से बहुत जल्द भारत इन्वेस्टमेंट के लिहाज से फिर से अट्रैक्टिव डेस्टिनेशन बनेगा.