उत्तर प्रदेश को 'एक ट्रिलियन डालर' (1000 अरब डालर) की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि राज्य में संसाधनों की कोई कमी नहीं है लेकिन ‘हमें वक्त की रफ्तार से तेज चलना होगा.’ उत्तर प्रदेश के चालू वित्त वर्ष के बजट अनुमानों के अनुसार उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) 2019-20 के लिए 15,79,807 करोड रुपये अनुमानित है, जो 2018-19 के संशोधित अनुमान से 7 प्रतिशत अधिक है.

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मुख्यमंत्री ने विधानसभा में वर्ष 2019-20 की प्रथम अनुपूरक मांगों पर चर्चा के दौरान कहा, 'इन्वेस्टर्स समिट के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लक्ष्य रखा था कि उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था कब बनेगा... ये चुनौती स्वीकार की जानी चाहिए.' उन्होंने कहा कि राज्य का तीव्र विकास 23 करोड जनता और आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए भी जरूरी है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था बनाने के लिए 'हमें वक्त की रफ्तार से तेज रफ्तार करनी होगी. जब हम उस रफ्तार से चलेंगे तो हर नागरिक उसी रफ्तार से चलेगा.' मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए ‘हर चीज को राजनीतिक नजरिए से देखने की सोच बदलकर स्थायी और समेकित विकास की दिशा में प्रयास किये जाने हैं.' 

मुख्यमंत्री ने कहा, 'उत्तर प्रदेश को देश की सबसे अच्छी अर्थव्यवस्था बनाने के लिहाज से जितनी बेहतर सुविधा हम दे सकते हैं, कोई नहीं दे सकता. सबसे अच्छी सुरक्षा भी हम देंगे.' योगी ने कहा, 'राज्य में पहले राजनीतिक वातावरण ठीक नहीं होने के कारण देशी विदेशी निवेशक बाहर जा रहे थे, लेकिन अब सैमसंग 5000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है. जो टीसीएस लखनऊ से भाग रही थी, अब प्रदेश में अन्य स्थानों पर भी बड़ा निवेश कर रही है.' 

उन्होंने कहा कि भारत को (2025 तक) एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के तहत उत्तर प्रदेश में 28 जुलाई को नए औद्योगिक निवेश के लिए ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी-2 में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह यूपी आएंगे और 65000 करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं का शिलान्यास करेंगे.'