रिपोर्ट : भूपेंद्र सोनी

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मोदी सरकार की बिजली बचाने की अनोखी मुहिम ने असर दिखाना शुरू कर दिया है. बिजली बिल में 50% तक की कमी आई है. देश में 1 करोड़ ऐसे खंभे हैं, जिन पर पुरानी ट्यूबलाइट की जगह स्मार्ट LED लाइट लगाई गई हैं. अब ये खंभे हर साल लगभग 3300 करोड़ रुपये की बिजली बचाएंगे. EESL यानि Energy Efficiency Services Ltd की मानें तो इससे काफी बिजली की बचत होगी.

मोदी सरकार ने रखा था लक्ष्‍य

मोदी सरकार ने सड़कों पर बिजली के खंभों पर स्मार्ट LED लाइट लगाने की योजना 2015 में चालू की थी. देश में कुल मिलाकर लगभग 1.34 करोड़ स्ट्रीट लाइट हैं, इन सबको बदलने का लक्ष्य था और अब तक 1 करोड़ खंभों के बल्‍ब बदले गए हैं. अब 2.7 लाख किलोमीटर की सड़क पर इन खंभों के जरिए LED रोशनी बिखेर रहे हैं.

स्‍मार्ट स्‍ट्रीट लाइट

हर साल ये स्मार्ट स्ट्रीट लाइट्स 6.71 अरब किलोवाट बिजली बचा लेंगे और 46 लाख टन की कार्बन डाई आक्साइड को बनने से रोकेंगे.

900 शहरों में काम पूरा 

चुने गए 1500 शहरों में से 900 में ये LED बल्ब वाले खंभे लग चुके हैं और बाकी 600 में जल्द ही लगने वाले हैं. सबसे ज्यादा आंध्र प्रदेश में 28.9 लाख LED स्ट्रीट लाइट लग चुकी हैं. राजस्थान में 10.3 लाख और यूपी में 9.3 लाख लगाई जा चुकी हैं. EESL इन खंभों की निगरानी करता है.

50% बिजली की बचत

जहां-जहां ये स्ट्रीट लाइट लगी हैं, वहां की लोकल अथॉरिटी से EESL को रिपोर्ट मिली है कि ये LED स्ट्रीट लाइट पहले के मुकाबले 50% तक बिजली बचा रही हैं.