RBI MPC GDP forecast: रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने गुरुवार (8 फरवरी) को मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान किया. आरबीआई गवर्नर ने रेपो रेट (Repo Rate) को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है. गवर्नर शक्तिकांता दास ने GDP के ग्रोथ अनुमान भी जारी किया. वित्त वर्ष 2024 के लिए रीयल GDP का ग्रोथ अनुमान 7 फीसदी से बढ़ाकर 7.3 फीसदी करने का फैसला किया है. साथ ही FY25 के लिए रीयल GDP ग्रोथ 7% रहने का अनुमान है. उन्‍होंने कहा कि घरेलू अर्थव्‍यवस्‍था मजबूत बनी हुई है. FY25 में ग्रोथ की रफ्तार बरकरार रहेगी. 

FY25 के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान बढ़ाया

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रिजर्व बैंक गवर्नर ने कहा कि लगातार तीसरी साल जीडीपी ग्रोथ रेट 7 फीसदी के पार रह सकती है. RBI गवर्नर ने वित्‍त वर्ष 2025 की पहली तिमाही (Q1FY25) के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान 6.7 फीसदी से बढ़ाकर 7.2 फीसदी किया है. इसी तरह Q2FY25 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.8 फीसदी और Q3FY25 के लिए 6.4 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी किया है. Q4FY25 के लिए जीडीपी का अनुमान 6.9 फीसदी पर बरकरार रखा है. 

रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं

रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने एक बार फिर से नीतिगत ब्याज दर- रेपो रेट- में कोई बदलाव नहीं किया है. लगातार छठी बार रेपो रेट को 6.5% पर बरकरार रखने का फैसला लिया गया है. गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी का ऐलान करते हुए कहा कि ग्‍लोबल आर्थिक हालात से मिले-जुले संकेत ही मिल रहे हैं. अस्थिर वैश्विक स्थितियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था ने आउटपरफॉर्म किया है. महंगाई भी नीचे आती दिख रही है. उन्होंने कहा कि इस बार की बैठक में विस्तार से चर्चा की गई है और कमिटी का फैसला है कि रेपो रेट को अभी 6.5% पर ही स्थिर रखा जाए. छह में से पांच सदस्यों ने इस पक्ष में फैसला दिया.

RBI MPC की खास बातें: 

  • RBI ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया, 6.5% पर स्थिर
  • MPC के 6 में से 5 सदस्यों का दरें स्थिर रखने के पक्ष में वोट
  • MPC के 6 में से 5 सदस्य अकोमोडेटिव रुख वापसी के पक्ष में
  • खाद्य महंगाई दर अभी भी चिंता की बात
  • FY24 GDP ग्रोथ अनुमान 7% से बढ़ाकर 7.3%
  • FY25 का रियल GDP ग्रोथ अनुमान 7%
  • Q1FY25 GDP ग्रोथ अनुमान 6.7% से बढ़ाकर 7.2%
  • FY24 का CPI महंगाई अनुमान 5.4% पर स्थिर
  • FY25 CPI अनुमान 4.5%, Q1FY25 CPI अनुमान 5.2% से घटाकर 5%
  • लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए कोई बड़े ऐलान नहीं
  • बैंकों को लोन के अन्य चार्ज भी ब्याज दर में जोड़कर बताने होंगे
  • सभी रिटेल और MSME लोन के लिए ग्राहकों को KFS देंगे बैंक