Electoral Bonds: पीएम नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर विपक्षी दलों पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है. सुप्रीम कोर्ट के इलेक्टोरल बॉन्ड की योजना को रद्द करने के बाद पीएम मोदी ने आज एक इंटरव्यू में कहा कि ईमानदारी से सोचने पर हर किसी को इसे लेकर पछकावा होगा. न्यूज एजेंसी ANI को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि चुनावी बॉन्ड की योजना का उद्देश्य चुनावों में काले धन पर लगाम लगाना था, लेकिन विपक्ष सरकार पर इसका आरोप लगाकर भागना चाहती है. 

पीएम मोदी ने कहा- लोग पछताएंगे

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड थे, तो आपको मनी का ट्रेल मिल पा रहा है कि आपको किस कंपनी ने दिया, कैसे दिया कहां दिया? और इसलिए मैं कहता हूं कि सब लोग पछताएंगे, ईमानदारी से सोचेंगे तो सब लोग पछताएंगे. 

 

सु्प्रीम कोर्ट ने रद्द की चुनावी बॉन्ड की योजना

आपको बता दें कि इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा सरकार के कार्यकाल में लाई गई चुनावी बॉन्ड की योजना को 15 फरवरी को रद्द कर दिया था. चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने इसे असंवैधानिक करार देते हुए इसे कैंसिल कर दिया था. 

विपक्ष को मिला 63 फीसदी चंदा

पीएम मोदी ने कहा कि जांच एजेंसियों की कार्रवाई के बाद जो जानकारी सामने आई है, उसमें जिन 16 बड़ी कंपनियों ने चंदा दिया, उनमें से केवल 37 फीसदी राशि भाजपा को मिली है और 63 फीसदी भाजपा विरोधी विपक्षी दलों को गई है. उन्होंने कहा कि इस योजना को रद्द करके देश को चुनाव में काले धन की तरफ धकेल दिया गया है और हर किसी को इसका अफसोस होगा.